Indore News : मध्यप्रदेश के इंदौर में रामनवमी पर बड़ा हादसा हो गया। यहां एक मंदिर में कुएं पर बनी छत धंस गई। इसके चलते करीब 20-25 लोग बावड़ी (कुएं) में गिर गए। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने बचाव कार्य शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि इंदौर में हुए हादसे से बेहद आहत हूं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बात की और स्थिति की जानकारी ली। राज्य सरकार बचाव और राहत कार्य में तेजी से आगे बढ़ रही है।
घटना की जानकारी के मुताबिक रामनवमी के मौके पर हवन के दौरान बलेश्वर महादेव मंदिर का एक हिस्सा अचानक धसने से 25 से ज्यादा लोग उसमें गिर गए हैं। हालंकि, लोगों को बचने के लिए रेस्क्यू कार्य तेजी से किया जा रहा है। इधर, इस हादसे का संज्ञान लेते हुएमुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना पर दुख जताया और राहत और बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं। वहीं, दूसरी ओर घटना स्थल का जायजा लेने के लिए कैलाश विजयवर्गीय समेत कई बड़े बीजेपी नेता पहुँच चुके हैं।
जानकारी के मुताबिक अब तक 18 लोगों को बाहर निकाला जा चुका है। 7 लोगों के और फंसे होने की आशंका है। 40 फीट गहरी बावड़ी में चार से पांच फीट पानी है। हादसे के बाद भी काफी देर तक मौके पर फायर बिग्रेड, एंबुलेंस और 108 गाड़ियां नहीं पहुंची। कुछ लोगों को जैसे-तैसे बाहर निकाला गया। घटना के बाद गिरने वाले लोगों के परिजन बदहवास हैं। फंसे लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू कार्य जारी है।
कन्या पूजन के दौरान हादसा, 25 से ज्यादा लोग घायल, राहत एवं बचाव कार्य जारी
इसके अलावा महापौर सहित सारे MIC भी घटना स्थल पर पहुँच गए हैं। बावड़ी में गिरे लोगों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। जिस वक्त हादसा हुआ, उस वक्त मंदिर में कन्याभोज चल रहा था। हादसे में कुछ बच्चियों के भी गिरने की बात सामने आई है। हादसे के बाद भी बावड़ी के आसपास की जमीन लगातार धंस रही है।
मंदिर में कन्याभोज चल रहा था…
जिस वक्त हादसा हुआ, उस वक्त मंदिर में कन्याभोज चल रहा था। हादसे में कुछ बच्चियों के भी गिरने की बात सामने आई है। हादसे के बाद भी बावड़ी के आसपास की जमीन लगातार धंस रही है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर और आला आधिकारी मौके पर पहुंचे है। यह हादसा बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हुआ है। लोग छज्जे पर बैठे थे। इस दौरान ऊपर की जमीन धंस गई। रामनवमी होने के कारण सुबह से मंदिर में बहुत अधिक भीड़ थी।