कमला नेहरू हादसे में सरकार ने अस्पताल प्रशासन और निर्माण एजेंसी की लापरवाही मानते हुए स्वास्थ्य विभाग के तीन अफसरों को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। साथ ही सीपीए के एक इंजीनियर को भी निलंबित कर दिया है। मामले की जानकारी देते हुए चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि सीएम शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. जितेंद्र शुक्ला, हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक लोकेंद्र दवे और कमला नेहरू अस्पताल के संचालक केके दुबे को हटा दिया गया है। वहीं मेंटेनेंस में हुई भारी लापरवाही का जिम्मेदार मानते हुए सीपीए के उपयंत्री अवधेश भदौरिया को निलंबित कर दिया गया है।
प्रदेश के सभी अस्पतालों हर 10 दिन में होगा सेफ्टी ऑडिट
मामले से सबक लेते हुए सरकार ने प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टरों को निर्देश जारी किए हैं कि हर 10 दिन में अस्पतालों के फायर सेफ्टी व अन्य उपकरणों की जांच करानी होगी। वहीं कमला नेहरू अस्पताल में भर्ती 10 बच्चों की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है। हादसे के बाद अब तक 13 बच्चों की मौत की खबर सामने आ चुकी है, जिसमें से एक मासूम ने बुधवार को दम तोड़ दिया, लेकिन प्रशासन ने अब तक 5 मौतें ही मानी हैं।