mp weather : मध्यप्रदेश में इनदिनों मौसम ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीर खींच दी है। बारिश, अंधड़ और ओलावृष्टि से गेहूं फसल को नुकसान पहुंच रहा है। मध्यप्रदेश में लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को बेमौसम बारिश का दौरा जारी रहा। प्रदेश के मालवा-निमाड़ और बुंदेलखंड के कई इलाकों में तेज बारिश और ओले गिरे। इससे फसलों को भारी नुकसान हुआ है। ग्वालियर के घाटीगांव, आरोन पाटई में भी ओले गिरे हैं। नर्मदापुरम, सागर, बैतूल, रायसेन, अशोकनगर और धार जिले में आकाशीय बिजली गिरने से आठ लोगों की मौत हो गई है।
छह मौसम प्रणालियां सक्रिय
मध्यप्रदेश में वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर छह मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। उनके प्रभाव से प्रदेश के अधिकांश इलाकों में बादल छा हुए हैं। साथ ही शुक्रवार को सागर, अशोकनगर और खरगोन समेत कई जिलों तेज हवाओं के साथ बारिश हुई और ओले गिरे। उज्जैन, दमोह के पथरिया, देवास, रायसेन, आगर-मालवा में तेज बारिश हुई। जबलपुर और नर्मदापुरम में बूंदाबांदी हुई। वहीं, भोपाल, ग्वालियर और गुना में बादल छाए रहे। निवाड़ी जिले में शुक्रवार शाम तेज गरज के साथ बारिश हुई। इससे खेतों में पानी भर गया। कई गांव में ओले भी गिरे।
फसलों को भारी नुकसान होने का अनुमान
शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक रतलाम में 15, रायसेन में तीन, नरसिंहपुर में एक, उज्जैन में 0.6, नर्मदापुरम में 0.1 मिमी वर्षा दर्ज की गई। जबलपुर, भोपाल और मलाजखंड में बूंदाबांदी हुई। बेमौसम आंधी–पानी से खेतों में खड़ी व काटकर रखी फसलों को भारी नुकसान होने का अनुमान है। प्रदेश के मालवा- निमाड़ अंचल में शुक्रवार दिन भर मौसम खराब रहा। सुबह से ही झाबुआ, रतलाम, मंदसौर सहित कई स्थानों पर कहीं तेज तो कहीं हल्की वर्षा हुई। वहीं आलीराजपुर सहित कुछ स्थानों पर दोपहर में भी वर्षा हुई। कहीं-कहीं ओले भी गिरे। इससे खेतों में खड़ी फसलें जहां आड़ी पड़ गईं, वहीं काटकर रखी फसलें गीली हो गईं।
ग्वालियर- चंबल अंचल के शिवपुरी, दतिया और ग्वालियर के ग्रामीण क्षेत्रों में शुक्रवार दोपहर ओलावृष्टि हुई। कई जगहों पर लगभग 15 मिनट तक गिरे ओलों से सड़कों पर उनकी परत बिछ गई। बीते एक हफ्ते से थोड़े-थोड़े अंतराल में बिगड़ रहे मौसम ने किसानों का नुकसान बढ़ा दिया है।
ओले गिरने से ग्वालियर में कश्मीर सा नजारा
ग्वालियर में ओलावृष्टि से हुआ कश्मीर जैसा नजारा…ग्वालियर में बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। रानीघाटी, घाटीगांव, बरहाना, बढ़केगांव, सेकरा, पाठई, सभराई, बनेरी आदि गांव में ओलावृष्टि से गवालियर के कश्मीर जैसा नजारा बन गया, सड़कें और खेते सफेद चादर में लिपटी नजर आ रहे थे। pic.twitter.com/FxQHUcRdrg
— Sushil Kaushik (@SushilKaushikMP) March 18, 2023
17 मार्च को ओले गिरने की वजह से ग्वालियर में कश्मीर सा नजारा दिखाई दिया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण पूर्वी राजस्थान में साइक्लोनिक सरकुलेशन भी निर्मित हो गया है। इस सिस्टम के चलते बनी ईस्ट वेस्ट टर्फ लाइन मध्य प्रदेश से होती हुई बांग्लादेश तक जा रही है। इसके चलते अरब सागर की नमी प्रदेश में पहुंच रही है और यहां का मौसम बदल रहा है। हवा और बारिश के दौरान कई जिलों में बिजली गिरने की भी संभावना है।