भोपाल। अपनी सरकारी नौकरी, कामों और किसी नवाचार से ज्यादा उपन्यासों या विवादित सोशल मीडिया पोस्ट की वजह से चर्चाओं में रहने वाले आईएएस अधिकारी नियाज़ अहमद खान फिर चर्चा में हैं। इस बार चर्चा का विषय उनकी एक ख्वाहिश है। अपने नए नॉवेल के विमोचन के लिए वे शंकराचार्य को बुलाना चाहते हैं। एक समुदाय को खुश करने लिखे गए उनके इस नॉवेल से प्रदेश के सियासी लोगों के नाराज होने के कयास भी लगाए जा रहे हैं।

उपन्यास का नाम है ‘द ग्रेट ब्राह्मण’

मप्र के आईएएस नियाज खान को अपनी नई किताब के विमोचन के लिए शंकराचार्य की उपस्थिति चाहिए। इसके लिए वे पूरा प्रयास कर रहे हैं। नियाज खान का आठवां उपन्यास अगले महीने छपकर आ जाएगा। इस उपन्यास का नाम है ‘द ग्रेट ब्राह्मण’। नियाज खान इसका विमोचन शंकराचार्य जी से कराना चाहते हैं। खबर है कि झोतेश्वर के शंकराचार्य जी ने उनकी पुस्तक बुलाई है। इसे पढ़ने के बाद वे विमोचन करने के बारे में फैसला करेंगे।

ब्राह्मण दुनिया के सबसे जीनियस व्यक्ति

नियाज की पुस्तक आने से पहले ही इसकी चर्चा तेज हो गई है। दरअसल, अपनी नई पुस्तक में नियाज खान ने ब्राह्मणों के 3000 वर्ष के इतिहास को साक्षी मानकर दावा किया है कि ब्राह्मण दुनिया के सबसे जीनियस व्यक्ति होते हैं। इनकी बुद्धि का उपयोग राष्ट्रहित में करना चाहिए। न्याय पालिका सहित अनेक बड़ी संस्थाओं को वे ठीक से सम्हाल सकते हैं। पुस्तक में बजरंग दल को नैतिक पुलिस का दर्जा देने की बात भी कही गई है। यानि इतना तय है कि आईएएस अफसर नियाज खान की आने वाली पुस्तक अपने साथ नये नये विवादों को भी ला सकती है। लेकिन इस पुस्तक से ब्राह्मण समाज बहुत खुश है।

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विवादों के अफसर

आईएएस अधिकारी नियाज़ अहमद अपने सेवाकाल में महज तीन साल में 11 तबादलों का शिकार हुए हैं। अपने सिद्धांतवादी व्यवहार और हमेशा सच के साथ खड़े होने के उनके मिजाज के चलते उन्हें किसी भी सियासी दल से पटरी नहीं बैठ पाती है। इसके अलावा वे लेखन को लेकर भी हमेशा चर्चाओं और विवादों में बने रहे हैं। कई जिलों में प्रशासनिक व्यवस्था देखने के बाद इन दिनों वे मंत्रालय में एक विभाग का महत्वपूर्ण जिम्मा सम्हाले हुए हैं।