भोपाल। पवित्र इस्लामी पर्व शब-ए-बारात अकीदत के साथ देशभर में श्रद्धा एवं भक्तिपूर्ण माहौल में परम्परागत ढंग से 7 और 8 मार्च 2023 की दरमियानी रात को मनाया जाएगा। सभी मस्जिदों, ख़ानक़ाहों, दरग़ाहों, इमामबाड़ों, आस्तानों, कब्रस्तानों और क़रबला में जाकर लोग फ़ातेहाख़्वानी कर इबादत करेंगे तथा विश्व शांति सदभाव के साथ-साथ देश की खुशहाली, तरक्की के लिए खुसूसी विशेष दुआएं भी की जाएंगी।

अपने घरों में शब-बेदारी रतजगा कर इबादत करेंगे

ऑल इण्डिया मुस्लिम त्यौहार कमेटी के प्रदेश महासचिव क़ाज़ी सैययद अनस अली चिश्ती ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि शब-ए-बारात पर रात में सभी मुस्लिम बंदे अनेक मस्जिदों और अपने घरों में शब-बेदारी रतजगा कर इबादत करेंगे और दरग़ाहों, क़ब्रस्तानों में जाकर अपने पूर्वजों एवं परिजनों की कब्रों पर दरूद फ़ातेहा पढ़ेंगे। वहाँ से लौटकर अपने-अपने मोहल्लों की मस्जिदों में ख़ुसूसी इबादत करने सहित नफ़िल नमाज़ें (विशेष नमाज़) और कुरान पाक पढ़ेगे। शब-ए-बारात में अनेक मुस्लिम पुरूष सारी रात ज़िकरे इलाही कर इबादत करेंगे और महिलाऐं और बच्चे भी घरों में दरूद पाक, कुरआन पाक की तिलावत कर इबादत करेंगे और यह सिलसिला अलसुबह तक जारी रहेगा। अनेक घरों में सेहरी,अफ्तारी और रोज़ा रखने का भी एहतेमाम किया जाएगा।

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शबे बारात की फ़ज़ीलत के बारे में ऑल इंडिया मुस्लिम त्योहार कमेटी के अध्यक्ष डॉ. ओसाफ़ शाहमीरी ने बताया कि इस्लामी मत के अनुसार शब-ए-बारात फ़ैसलों की रात मानी जाती है। इस रात में अल्लाह पाक हर व्यक्ति की दुआ को कु़बूल फरमाता है और उसके गुनाहों को माफ़ कर देता है, जो व्यक्ति भी अल्लाह पाक से जो कुछ भी मांगता है, उसे इस रात में मिल ही जाता है। यह भी बताया जाता है कि इस रात में फ़रिश्ते दुनिया के सभी बन्दों का साल भर का आमालनामा यानी लेखा-जोखा भी अल्लाह पाक़ के समक्ष पेश करते हैं, जिस पर अल्लाह पाक़ अपनी कुदरत से फ़ैसले फ़रमाता है। बंदो को खुशहाली, तंदरूस्ती और इनाम, दौलत, सेहत की नेमतों, रहमतों से नवाज़ता है।