भोपाल। इंदौर नगर निगम द्वारा नवाचार करते हुए खरगोन जिले के जलूद में स्थापित किए जा रहे 60 मेगावॉट के सोलर पॉवर प्लांट के लिए पब्लिक ईश्यू जारी करने की आज औपचारिक शुरुआत हो गई। राजधानी के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मुख्य आतिथ्य में इंदौर के पब्लिक ग्रीन बॉण्ड की एनएसई में लिस्टिंग हुई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एनएसई में बॉण्ड की लिस्टिंग के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इंदौर नगर निगम के इस नवाचार की सराहना की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर नगर निगम के आत्मनिर्भर अभियान से प्रदेश के दूसरे निकाय भी प्रेरणा लें और नवाचार के साथ आत्मनिर्भर बनने की दिशा में ऐसे कदम उठाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के अन्य निकाय भी इंदौर नगर निगम से स्वच्छता, नवाचार और अन्य मामलों में भी सबक लें और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा करें।
हर माह बचेंगे 5-6 करोड़ रुपए-
ज्ञात हो कि खरगोन जिले के जलूद में स्थापित किये जा रहे 60 मेगावॉट के सोलर पॉवर प्लांट की फण्डिंग के लिये 10 फरवरी 2023 को 244 करोड़ रुपये के ग्रीन बॉण्ड के पब्लिक इशू जारी किये गये। ग्रीन बॉण्ड के पब्लिक इशू का 14 फरवरी को बंद होने के समय शाम 5 बजे कुल सब्सक्रिप्शन 720 करोड़ रुपये का रहा है। सोलर प्लांट बनने के बाद इंदौर नगर निगम को प्रतिमाह 5 से 6 करोड़ की बचत होगी।
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इंदौर देश का पहला नगरीय निकाय बना-
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि नगर पालिक निगम इंदौर ग्रीन बॉण्ड का पब्लिक इशू जारी करने वाला देश का पहला नगरीय निकाय है। जारी किये गये प्रत्येक बॉण्ड का मूल्य एक हजार रुपये है। बॉण्ड लेने वाले निवेशकों को निगम 8.44 प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर से भुगतान करेगा। इन ग्रीन बॉण्डों को इण्डिया रेटिंग्स द्वारा ‘इंड एए+/स्टेबलÓ और केयर रेटिंग्स द्वारा ‘केयर एए, स्टेबल’ मूल्यांकित किया गया है। अर्धवार्षिक कूपन भुगतान के साथ 3, 5, 7 और 9 वर्ष का विकल्प है। कूपन दर प्रतिवर्ष 8.25 प्रतिशत अर्धवार्षिक देय/प्रभावी प्रतिफल प्रतिवर्ष 8.42 प्रतिशत तक है। यह ग्रीन बॉण्ड पूरी तरह सुरक्षित, हस्तांतरणीय एवं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में ट्रेडेबल है।
क्या-क्या नवाचार कर रहा इंदौर नगर निगम-
नगर निगम इंदौर द्वारा पर्यावरण में सुधार एवं ग्रीन ऊर्जा के लिये विभिन्न नवाचार किये जा रहे हैं। सिटी बस सेवा में 650 सीएनजी एवं 120 इलेक्ट्रिक बसों का समावेश किया गया है। शहर में 126 चार्जिंग स्टेशन बनाये गये हैं। शहर में 100 अहिल्या वन और 4 नगर वन विकसित किये जा चुके हैं। ट्रेंचिंग ग्राउण्ड पर वर्षों से जमा 15 लाख मीट्रिक टन लीगेसी वेस्ट का निपटान कर 2 लाख से अधिक पौधे लगाये जा चुके हैं।
गीले कचरे के निपटाने के लिये बॉयो मिथेनेशन एवं बॉयो सीएनजी प्लांट स्थापित किये गये हैं। इनसे बनने वाली सीएनजी का उपयोग सिटी बसों में किया जा रहा है। अभी तक इन नवाचारों से कार्बन उत्सर्जन को कम कर लगभग 4 लाख कार्बन क्रेडिट अर्जित किये जा चुके हैं। इससे इनका वैश्विक बाजार में ट्रेडिंग कर 9 करोड़ रुपये की आय प्राप्त की जा चुकी है। इससे अन्य निकायों के लिये बिजनेस मॉडल बनाया गया है।