भोपाल। सांची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय और इंडिया फाउंडेशन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित 7वां अंतरराष्ट्रीय धर्म-धम्म सम्मेलन भोपाल में आयोजित किया जा रहा है। यह आयोजन तीन से पांच मार्च तक राजधानी के कुशाभाऊ ठाकरे अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में होगा।
4 मुख्य सत्रों में 25 विद्वानों का संबोधन-
नए युग में मानववाद का सिद्धांत पर केंद्रित सम्मलेन का उद्घाटन करने तीन मार्च को दोपहर देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा भोपाल आ रही हैं। आयोजन में 15 देशों से 350 विद्वान, चिंतक, शोधार्थी और 5 देशों के मंत्रियों का विशेष सत्र होगा। 4 मुख्य सत्रों में 25 विद्वानों का संबोधन होगा और 15 समानांतर सत्रों में 115 शोधपत्र प्रस्तुत किए जाएंगे।
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उद्घाटन समारोह में राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उपस्थित रहेंगे-
उद्घाटन समारोह में राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर एवं सांची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. नीरजा गुप्ता उपस्थित रहेंगी। इस बार भूटान, मंगोलिया, श्रीलंका, इंडोनेशिया, थाइलैंड, वियतनाम नेपाल दक्षिण कोरिया, मॉरिशस, रूस, स्पेन, फ्रांस, अमेरिका और ब्रिटेन से सम्मेलन में सहभागिता है।
मकराना के पत्थरों पर विभिन्न आकृतियों को उकेरने का काम हुआ पूरा
भोपाल। अंतर्राष्ट्रीय शिल्पांकन शिविर में देशभर से 16 कलाकार मकराना के पत्थरों पर विभिन्न आकृतियों को उकेरने का काम पूरा हो गया है। इसमें कोई शिव के अस्तित्व पर काम कर रहा है तो कोई पानी सहेजने के लिए संदेश दे रहा है। इन पत्थरों को मकराना से मंगवाया गया है। कलाकारों ने बताया कि इस काम को हम इंजॉय कर रहे हैं। शिल्प तैयार लोगों को पॉजिटिव मैसेज देना चाहते हैं।
भोपाल की जया विवेक पानी सहेजन के लिए वो लंबे समय से काम करती आ रही हैं। इस सर्जना शिविर में भी पानी को लेकर ही शिल्प तैयार कर रही हैं। वे कहती हैं कि पूर्वजों ने हमें पानी को सहेजने के लिए बहुत सारे तरीके बताए थे, लेकिन हम उसमें से कोई भी तरीका नहीं अपना रहे है। शिल्प के जरिए लोगों को संदेश देना चाहती हूं कि जो भी पानी हम उपयोग कर रहे हैं वो पूरी तरह पोल्यूटेड हो गया है। इस वजह से यहां एक बावड़ी को तैयार कर रही हूं। जिसमें पानी की बूंदे सफेद, पीली और काली दर्शायी है, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि हम अपने आगे की पीढ़ी को कितना पोल्यूटेड पानी छोड़कर जा रहे है।
रेनूबाला तैयार कर रहीं पांच फिश-
स्कल्पचर आर्टिस्ट रेनूबाला कश्यप पांच फिश का स्कप्चर तैयार कर रही हैं। वो कहती हैं कि ये स्कल्पचर हैप्पी लाइफ का संदेश देगा। फिश विपत्ति आने पर भी सभी चाजों को सहन करती हैं। इस वजह से शिल्प में फिश को आॅब्जेक्ट की तरह ही दिखाया है। 14 फीट के इस शिल्प से एक सोसायटी की खुशी को दिखाऊंगी। जीवन में स्ट्रगल और चैलेंज आए, लेकिन जॉय फुल सेलिब्रेशन के साथ आगे बढ़ते रहना चाहिए।