सारांश टाईम्स, भोपाल
उत्तर मध्य रेलवे मप्र के खजुराहो, ग्वालियर समेत अन्य 17 स्टेशनों को हाईटेक और अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त करने जा रहा है। इसके लिए 5 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। जानकारी के मुताबिक, पहले चरण में प्रयागराज, कानपुर व ग्वालियर स्टेशनो के लिए 2 हजार करोड़ खर्च किए जाएंगे। दूसरे चरण में वी श्रेणी के स्टेशनों को एयरपोर्ट जैसा बनाया जाएगा, इसमें खजुराहो को शामिल किया गया है। वहीं, अमृत भारत योजना के तहत जिले के छतरपुर व हरपालपुर रेलवे स्टेशनों की सूरत भी बदली जाएगी।
एयरपोर्ट की तरह होगा खजुराहो स्टेशन
बताया जा रहा है कि, उत्तर मध्य रेलवे के खजुराहो स्टेशन को पुनर्विकास योजना के तहत नया स्वरूप दिया जाएगा। रेलवे स्टेशन न केवल हवाई अड्डों की तरह होंगे, बल्कि यात्रियों को हवाई अड्डे जैसी सुविधाएं भी प्रदान करेंगे। स्टेशनों के री-मॉडलिंग, भविष्य की यात्री सुविधाओं को लेकर काम किया जाएगा। यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं देने की तैयारी की जा रही है। एनसीआर के अन्य बी स्टेशनों के पुनर्विकास का रोडमैप तैयार किया जा रहा है।
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इन्हें मिलेगा नया रूप
जानकारी के मुताबिक, जल्द ही आगरा छावनी, आगरा फोर्ट, मथुरा, अलीगढ़, वीरांगना लाक्षमीबाई, खजुराहो, इटावा, मिर्जापुर, टूंडला, छेवकी, बांदा, मुरैना, चित्रकूट और दतिया रेलवे स्टेशनों को नया रूप दिया जाएगा। इसके लिए रेलवे ने एक कंसल्टेंसी एजेंसी का भी चयन किया है। एजेंसी के सुझाव पर ही स्टेशनों का मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है।
भविष्य को देखते हुए होगा काम
बता दें कि, आने वाले 30-40 वर्षों को ध्यान में रखते हुए रेलवे स्टेशनों का विकास किया जाना है। वर्ष 2060 में जनसंख्या जैसे कारकों को ध्यान में रखा गया है। स्टेशनों पर फुट ओवर ब्रिज (एफओबी) के निर्माण के अलावा, कॉनकोर्स रिटायरिंग रूम, वेटिंग रूम, फूड प्लाजा और पार्सल कार्यालय का निर्माण किया जाएगा। प्रत्येक एफओबी और प्लेटफॉर्म को जोडऩे के लिए एस्केलेटर, लिफ्ट लगाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि ग्रीन बिल्डिंग सर्टिफिकेशन, दिव्यांगों के अनुकूल भवन, वर्षा जल संचयन, छत पर सोलर पैनल, मल्टीलेवल पार्किंग की व्यवस्था होगी।