भोपाल। राजधानी में स्थित रीजनल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (आरएफएसएल) से जांच के लिए आया एक वॉइस (आवाज का नमूना) सेम्पल गायब हो गया। आरएफएसएल की वैज्ञानिक अधिकारी ने नमूने की जांच के बाद अपने सहायक आरक्षक को नमूना सुरक्षित रखने को दिया था। लेकिन आरक्षक ने उस नमूने को सुरक्षित नहीं किया। इस कारण नमूना गायब हो गया।
हेडकांस्टेबल की वॉइस सेम्पल आया था-
घटना का पता चलने पर वैज्ञानिक अधिकारी ने कमला नगर थाना में शिकायती आवेदन दिया था। जिस पर पुलिस ने आरक्षक पर साक्ष्य मिटाने और अमानत में ख्यानत का केस दर्ज किया है। थाना प्रभारी अनिल वाजपेयी ने बताया कि श्रीमती वैशाली वैध, भदभदा रोड पर स्थित रीजनल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी(आरएफएसएल) में वैज्ञानिक अधिकारी हैं। उन्होंने सोमवार को एक शिकायती आवेदन दिया था। जिसमें उन्होंने बताया कि नरसिंहपुर से एक शिकायत जांच में जिला पुलिस बल में तैनात एक हेडकांस्टेबल की वॉइस सेम्पल (आवाज का नमूना) की सीडी जांच के आरएफएसएल आया था।
जिसकी जांच के बाद नमूने को उन्होंने 30 दिसंबर 2022 को अपने सहायक आरक्षक धीर सिंह को फाइल अपलोड कर रिकार्ड रूम में सुरक्षित करने का दिया था। लेकिन सहायक आरक्षक ने ऐसा नहीं किया। जिससे वॉइस जांच नमूना गायब हो गया या खुर्दबुर्द कर दिया गया।
Rajgarh Robbery: सो रहे थे पति-पत्नी, नींद खुली तो उड़ गए होश
पुलिस ने आवेदन जांच के बाद संदेही आरोपी आरक्षक धीर सिंह के खिलाफ साक्ष्य नष्ट करने और अमानत में खयानत का केस दर्ज किया है। थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की जांच कर आरएफएसएल से गायब हुए जांच नमूने का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
इनका कहना है-
वॉइस नमूने की जांच कर रिपोर्ट नरसिंहपुर भेज दी गई है। आरएफएसएल में जांच नमूने को सुरक्षित रखना होता है। लेकिन वैज्ञानिक अधिकारी के सहायक संदेही आरक्षक ने ऐसा नहीं किया। इस मामले में एफआईआर कराई गई है।
शशीकांत शुक्ला, डॉयरेक्टर आरएफएसएल
CONCLUSION
अगर आपको इस खबर से संबंधित कोई और जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट करके पूछ सकते हैं। यह जानकारी आपको कैसी लगी हमें कमेंट बॉक्स में बताना न भूलें और अगर इस लेख से जुड़ा आपका कोई सवाल या सुझाव है तो हमें जरूर बताएं। इस पोस्ट से प्राप्त जानकारी को अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया साइट्स जैसे- फेसबुक, ट्विटर पर जरूर शेयर करें।