Bhopal News: शिक्षक भर्ती मामले में नया अपडेट जारी हुआ है। शासन ने शिक्षा पात्रता परीक्षा की रूल बुक में बड़ा बदलाव किया गया है। नए बदलाव के अनुसार अब शिक्षा पात्रता परीक्षा में निगेटिव मार्किंग को खत्म कर दिया गया है। इसका मतलब है कि, अब शिक्षा पात्रता परीक्षा में माइनस मार्किंग नहीं होगी।
जानकारी के अनुसार यह बदलाव भर्ती के तीनों प्रारूपों में लागू किया जाएगा। नया नियम उच्च माध्यमिक, माध्यमिक शिक्षक और प्राथमिक शिक्षक में लागू होगा। बता दें कि लंबे समय से अभ्यर्थी नेगेटिव मार्किंग खत्म करने की मांग कर रहे थे। इस मामले में लोक शिक्षण संचालनालय ने आदेश जारी कर दिया है।
सांकेतिक हड़ताल के बाद डॉक्टर्स की चेतावनी, मांगें नहीं मानी तो करेंगे अनिश्चितकालीन strike
एनआईटीटीटीआर में रिफ्लेक्टिव टीचिंग विषय पर हुआ व्याख्यान
भोपाल। एक शिक्षक में विद्यार्थियों की तरह सीखने की भी ललक होना चाहिए। एक अच्छा एवं प्रभावी शिक्षक भविष्य की चुनौतियों का पूर्वानुमान लगाकर विद्यार्थियों को उसके हिसाब से तैयार कर अपने आपको भी समय के साथ अपडेट रखता है, नहीं तो वह अप्रासंगिक हो जाता है। यह बात स्टाफ ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट मिनिस्ट्री ऑफ़ कंज्यूमर अफेयर्स के पूर्व संयुक्त निदेशक एवं विद्या भारती के अखिल भारतीय महासचिव अवनीश भटनागर ने कही।
राजधानी स्थित राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण और अनुसंधान संस्थान (एनआईटीटीटीआर) में आज़ादी के अमृत महोत्सव एवं जी-20 व्याख्यान माला की श्रंखला में बुधवार को रिफ्लेक्टिव टीचिंग विषय पर अवनीश भटनागर, पूर्व संयुक्त निदेशक, स्टाफ ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट मिनिस्ट्री ऑफ़ कंज्यूमर अफेयर्स का व्याख्यान आयोजित किया गया। इस अवसर पर उन्होंने दुनिया के महान शिक्षाविदों के सिद्धांतो को रोचक तरीके से समझाया। उन्होने कहा कि रिफ्लेक्टिव टीचिंग एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से शिक्षक अपनी शिक्षण पद्धतियों में विचारशील रहता है।
प्रभावशीलता विद्यार्थी के चेहरे के हावभाव से समझ आ जाती है : प्रो. सी.सी. त्रिपाठी
इस अवसर पर एनआईटीटीटीआर के निदेशक प्रो. सी.सी. त्रिपाठी ने अवनीश भटनागर का सम्मान करते हए कहा की किसी भी शिक्षक की टीचिंग की प्रभावशीलता विद्यार्थी के चेहरे के हावभाव से समझ आ जाती है। इस व्याख्यान में निटर के संकाय सदस्य, अधिकारी, कर्मचारीगण, प्रशिक्षणार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. एम ए रिज़वी थे।