dead body on cot
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भोपाल। मप्र मानव अधिकार आयोग के सदस्य राजीव कुमार टंडन ने दो मामलों में संज्ञान लिया है। पहला मामला सिंगरौली जिले का है। जहां एम्बुलेंस नहीं मिलने पर मृत महिला के परिजनों द्वारा शव को खाट पर रखकर 15 किमी तक पैदल लेकर जाने का मामला सामने आया है। मामले में आयोग ने मामले में कलेक्टर को प्रकरण की जांच कराने और प्रतिवेदन भेजने के निर्देश दिए हैं।

आयोग से मिली जानकारी के अनुसार, जिले के सरई थानाक्षेत्र के बांध पहाड़ गांव में एक महिला की मौत हो गई थी। मृत महिला अपने गांव से मामा के यहां बतौर मेहमान आई थी। परिजनों ने शव को उसके पैतृक गांव ले जाने केे लिये एम्बुलेंस को फोन लगाया, पर एम्बुलेंस नहीं मिली, तो परिजन शव को खाट पर लेकर 15 किमी दूर मृत महिला के गांव ले जाने के लिये आगे बढे। आधे से अधिक रास्ता तय करने के बाद घोघरा गांव के सरपंच ने खुद के वाहन से परिजनों व शव को उनके गांव तक पहुंचाया।

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आयोग ने नगर निगम कमिश्नर से मांगा जवाब-

भोपाल के कलियासोत डैम के कैचमेंट में मरे हुए श्वान और सूअर फेंकने के मामले में आयोग ने नगर निगम कमिश्नर से जवाब मांगा है। आयोग से मिली जानकारी के अनुसार, कलियासोत डैम में करीब 45 मगरमच्छों और घडिय़ालों का बसेरा है। इनका जीवन खतरे में है, क्योंकि मछली और अन्य जलीय जीवों से पेट भरने वाले यह मगरमच्छ और घडिय़ाल बीते दो महीनों से मरे हुये कुत्ते और सूअर खा रहे हैं।

इन मरे हुये कुत्तों और सूअरों से डैम का पानी भी संक्रमित हो रहा है और इससे इन्सानों के जीवन को भी खतरा बढ़ रहा है। मामले में अधिकारियों का कहना है कि इसकी कोई शिकायत नहीं मिली है, फि र भी यदि ऐसा हो रहा है तो जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।