Kumar Vishwas
Kumar Vishwas

उज्जैन। महाकाल की धार्मिक नगरी उज्जैन में कवि कुमार विश्वास का आगमन होने वाला है। उनके स्वागत के लिए उज्जैन वासियों ने  तैयारियां शुरू कर दी है। नगर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें नाट्य प्रस्तुति छाया चित्रों की प्रदर्शनी, वेद सम्मेलन, राष्ट्रीय संगोष्ठी, कवि सम्मेलन वेद अंताक्षरी और पौराणिक फिल्मों के प्रदर्शन के साथ ही तीन दिवसीय श्री राम कथा का आयोजन भी होगा। कार्यक्रम पूर्णतः निःशुल्क रहेगा जिसमें पहले आओ-पहले स्थान पाओ की व्यवस्था रहेगी। कार्यक्रम का आरम्भ 21 फरवरी से लेकर 19 मार्च तक होगा।

महाकाल की धार्मिक नगरी उज्जैन में विक्रम संवत 2080 के स्वागत की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इस वर्ष विक्रम उत्सव पर नगर मे 19 मार्च तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें नाट्य प्रस्तुति छाया चित्रों की प्रदर्शनी, वेद सम्मेलन, राष्ट्रीय संगोष्ठी, कवि सम्मेलन वेद अंताक्षरी और पौराणिक फिल्मों के प्रदर्शन के साथ ही तीन दिवसीय श्री राम कथा का आयोजन भी होगा। वैसे तो विक्रमोत्सव को लेकर किए जा रहे प्रत्येक कार्यक्रम महत्वपूर्ण है, लेकिन विक्रम उत्सव के इस पर्व के दौरान 21 फरवरी से 23 फरवरी तक कालिदास संस्कृत अकादमी में प्रख्यात कवि-लेखक कुमार विश्वास की राम कथा का आयोजन भी होने वाला है।

यह कार्यक्रम 21 फरवरी से 23 फरवरी तक रात्रि 8ः00 बजे से शुरू होगा जिसमें कुमार विश्वास के द्वारा अपने-अपने राम, शंकर के राम और राम के शंकर पर राम कथा प्रस्तुत की जाएगी।

‘अपने-अपने राम’ कार्यक्रम-

‘अपने-अपने राम’ कार्यक्रम में कुमार विश्वास भगवान श्रीराम के जीवन पर केन्द्रित कहानियों को एक अलग अंदाज में प्रस्तुत करेंगे। वे राम और राष्ट्र, आज राम की आवश्यकता, नागरिकों की देश के प्रति जिम्मेदारी और उनके अधिकार जैसे विषयों पर अपनी बात रखेंगे। वे सभी सुखी रहें, सभी रोगमुक्त रहें, सभी का जीवन मंगलमय बनें और कोई भी दुःख का भागी न बने। इस विचार को मंच से प्रमुखता से उठायेंगे। राम कथा कार्यक्रम के दूसरे दिन शंकर के राम और अंतिम दिन राम के शंकर कार्यक्रम होंगे।

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पहले आओ,पहले स्थान पाओ की रहेगी व्यवस्था-

कार्यक्रम पूर्णतः निःशुल्क रहेगा जिसमें पहले आओ-पहले स्थान पाओ की व्यवस्था रहेगी। विक्रमोत्सव के कार्यक्रम को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि उज्जैन को पर्यटन के रूप में विश्व पटल पर चमकाने, महान शासक सम्राट विक्रमादित्य और विक्रम संवत की महिमा से लोगों को परिचित कराने को अलग-अलग तारीखों में विभिन्न कार्यक्रम विक्रमोत्सव के यह कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है

यह होंगे धार्मिक आयोजन

21 से 27 फरवरी : विक्रम कीर्ति मंदिर सभागार में संस्कार भारती के बैनर तले नाट्य प्रस्तुतियां।
21 से 23 फरवरी : कालिदास संस्कृत अकादमी में कुमार विश्वास की राम कथा।
24 फरवरी : प्रदेश के विभिन्न मंदिरों में होने वाले भगवान के विशेष शृंगार के छायाचित्रों की प्रतियोगिता एवं प्रदर्शनी।
25 से 27 फरवरी : विक्रम विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय वेद सम्मेलन. -9 से 10 मार्च : चिंतामन गणेश मंदिर क्षेत्र में मेला।
14 से 21 मार्च : सम्राट विक्रमादित्य, राजा भोज, महर्षि सांदीपनि, चाणक्य, रामायण पर आधारित नाट्य प्रस्तुति
-17 से 21 मार्च : पीवीआर में पौराणिक फिल्मों का प्रदर्शन।
-19 मार्च : शुक्ल यजुर्वेद संहिता पर आधारित वेद अंताक्षरी।

गौरव दिवस पर होंगे ये कार्यक्रम-

गुड़ी पड़वा, 22 मार्च को उज्जैन का गौरव दिवस मनाया जाएगा। इस दिन सुबह रामघाट पर सूयोर्पासना होगी। शाम को पार्श्व गायक शान द्वारा फिल्मी गीतों की प्रस्तुति दी जाएगी। इसी दिन जीवाजी वेधशाला में वैदिक घड़ी का लोकार्पण किया जाएगा। विक्रम विश्वविद्यालय में दीक्षा समारोह होगा। विक्रम पंचांग का लोकार्पण भी होगा। समस्त कार्यक्रम की आंतरिक तैयारी शुरू कर दी गई है।