विदिशाl मध्य प्रदेश में विदिशा जिले के गंजबासौदा में एक मिशनरी स्कूल में धर्मांतरण का कथित मामला सामने आया है। इस धर्मांतरण के विरोध में हिंदू संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है। सोमवार को हिंदू संगठनों ने सेंट जोसेफ स्कूल के सामने हंगामा किया और सरकार तथा प्रशासन से कार्रवाई की मांग की। वहीं स्कूल में सुरक्षा के इंतजाम होने के बाद भी हिंदू संगठनों ने तोड़फोड़ की, जिसको लेकर सवाल उठ रहे हैं। मौके पर पहुंचे पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने मामले की जांच का आश्वासन देकर उन्हें शांत किया।

सेंट जोसेफ स्कूल आया था चर्चाओं में
पिछले दिनों सोशल मीडिया पर एक मिशनरी स्कूल में बच्चों के धर्म परिवर्तन का मामला जोर-शोर से उठा था। इस मामले में गंजबासौदा स्थित सेंट जोसेफ स्कूल का नाम चर्चाओं में आया था। उसी दौरान एक तस्वीर भी सामने आई थी, जिसमें बच्चों के ऊपर जल छिड़का जा रहा था। इस बात को उन्हें ईसाई धर्म से जोड़ने की बात कही जा रही थी। मिशनरी स्कूल पर आठ बच्चों के धर्म परिवर्तन का आरोप लगाया गया था।

सुरक्षा के बाद भी स्कूल में की तोड़फोड़
मामला चर्चा में आने के बाद गंजबासौदा के अन्य मिशनरी स्कूलों और चर्च पर भी सुरक्षा के प्रबंध किए गए थे। हालांकि, इसके बावजूद हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने स्कूल परिसर में तोड़फोड़ की। उन्होंने प्रशासन को एक ज्ञापन भी सौंपा और कार्रवाई की मांग की।

बाल अधिकारी आयोग ने लिखा था पत्र
24 नवंबर को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने विदिशा के डीएम को इस मामले में चिट्ठी लिखी थी। स्थानीय लोगों की शिकायत के बाद उन्होंने 31 अक्टूबर को आठ बच्चों को ईसाई धर्म में परिवर्तित करने का आरोप लगाया था। हालांकि, स्कूल के प्रिंसिपल ने धर्मांतरण के आरोप का खंडन किया था और इसे फर्जी खबर बताया था।

कलेक्टर एसपी ने मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाला
सोमवार को हंगामा होने पर एसपी और कलेक्टर मौके पर पहुंचे और कार्यकर्ताओं को समझाइश दी। एसपी मोनिका शुक्ला का कहना है कि मामले की जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने इस मामले में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल के चार नामजद और 50 अज्ञात सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। मामले में चार लोगों को हिरासत में भी लिया गया है।