भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सीहोर जिले के ग्राम बकतरा में विकास यात्रा का समापन होगा। कार्यक्रम में विकास कार्यों के लिए 470 करोड़ रूपये की स्वीकृति दी जायेगी। विकास यात्रा का समापन कार्यक्रम व्यवस्थित और बेहतर हो। साथ ही स्थानीय नागरिकों की अधिक से अधिक उपस्थिति सुनिश्चित की जाये।
मुख्यमंत्री चौहान ने यह बात मुख्यमंत्री निवास कार्यालय समत्व भवन से विकास यात्रा की समीक्षा के दौरान कही। उन्होंने कहा कि समापन कार्यक्रम आनंद और प्रसन्नता के साथ हो। मुख्यमंत्री ने जिला कलेक्टर ओर स्थानीय लोगों से समापन कार्यक्रम की तैयारियों संबंधी चर्चा भी की। ग्रामीणों ने बकतरा ग्राम के विकास संबंधी अनेक सुझाव भी रखे, जिसमें सीएम राईज स्कूल, अस्पताल खोलने और बकतरा को नगर पंचायत बनाने का सुझाव भी दिया। मुख्यमंत्री ने सभी सुझावों पर विचार कर निर्णय लेने की बात कही।
कलेक्टर सीहोर ने बताया कि बकतरा में 26 फरवरी को समापन कार्यक्रम में 66 ग्राम पंचायत शामिल होंगी। कार्यक्रम की सभी आवश्यक तैयारियाँ चल रही हैं। भोपाल संभाग के कमिश्नर माल सिंह भी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार 5 फरवरी-संत रविदास जयंती से प्रदेश में विकास यात्राएँ प्रारंभ की गई थी। विकास यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान में विभिन्न केन्द्रीय एवं राज्य की योजनाओं में स्वीकृत-पत्रों का वितरण, योजनाओं के लाभ से वंचित हितग्राहियों का चिन्हांकन, विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन के साथ हितलाभ वितरण का कार्य किया जा रहा है। अनेक जिलों में जन-कल्याण और जन-सहभागिता के अनेक नवाचार भी किये जा रहे हैं।
Bhopal : करोंद में रविन्द्र भवन की तर्ज पर बनेगा कन्वेंशन सेंटर
511 करोड़ से स्वच्छ केंद्र सरकार ने इंदौर की कान्ह एवं सरस्वती नदी
इंदौर। शहर की कान्ह एवं सरस्वती नदी को स्वच्छ करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा 511 करोड़ रुपए की राशि दी गई है। सांसद शंकर लालवानी ने इस विषय में जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को पत्र लिखा था और भेंट भी की थी जिसके बाद देशभर में नमामि गंगे मिशन के अंतर्गत करीब 1,200 करोड़ रुपए की अलग-अलग परियोजनाएं मंजूर हुई हैं, जिसमें सबसे ज्यादा 511 करोड़ रु इंदौर को मिले हैं।
सांसद शंकर लालवानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं जनशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को धन्यवाद देते हुए कहा है कि इंदौर एक ऐतिहासिक शहर है और स्वच्छता में लगातार प्रथम आने के कारण देश एवं दुनिया के लोगों की पसंद बना हुआ है। इंदौर के बीच से कान्ह एवं सरस्वती नदियां बहती है जिन्हें वापस पुराने स्वरूप में लौटाने की आवश्यकता है। केंद्र सरकार से मिली इस राशि से इंदौर की नदियों का प्रदूषण कम होगा एवं अप्रत्यक्ष रूप से हमारी आस्था का केंद्र गंगा नदी के प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी।
केंद्र सरकार द्वारा गंगा नदी में प्रदूषण को कम करने के लिए नमामि गंगे मिशन के अंतर्गत सहायक नदियों एवं प्रदूषण को सोर्स पर कम करने के लिए योजना बनाई गई है और इसी योजना का जिक्र सांसद शंकर लालवानी ने अपनी चिट्ठी में करते हुए इंदौर के कान्ह एवं सरस्वती नदियों को स्वच्छ करने की मांग रखी थी। कान्ह एवं सरस्वती नदियां शिप्रा में, शिप्रा नदी चंबल में, चंबल नदी यमुना में एवं यमुना नदी गंगा नदी में मिलती है।