भोपाल। हर जानदार को मौत का मजा चखना है… की फिक्र के साथ राजधानी में तेजी से कम होते कब्रिस्तानों पर गौर किया जाने लगा है। उलेमाओं की कब्रिस्तानों को सहेजने और उन्हें व्यवस्थित रखने की अपील के बाद युवाओं ने मिट्टी जुटाओ मुहिम शुरू की है। कम समय में इसका असर दिखाई भी देने लगा है और लोग इस मुहिम से जुड़ने भी लगे हैं। सामाजिक कार्यकर्ता सैयद फैज अली और उनके दर्जनों साथियों ने इस मुहिम की शुरुआत की है। जिसमें लोगों से एक तगारी मिट्टी कब्रिस्तान के लिए, की अपील की जा रही है।

क्यों पड़ी जरूरत

शहर में कभी 150 से ज्यादा कब्रिस्तान हुआ करते थे, जो समय के साथ अतिक्रमण और अव्यवस्था की तरफ बढ़ते गए। कम होते हुए इनकी तादाद महज 12-13 तक पहुंच गई है। जो बचे हैं उनमें भी अव्यवस्थाएं पसरी हुई हैं। ऊबड़ खाबड़ जमीन और कम होती मिट्टी के चलते इस मुहिम को शुरू किया गया है।

शहर काजी की अपील

काजी ए शहर सैयद मुश्ताक अली नदवी ने शहर वासियों से अपील की है कि वे अपने मरहुमिन की कब्रों को पक्का न बनाएं। ताकि आने वाले समय में लोगों को अपने लोगों को दफनाने में दिक्कत न उठाना पड़े।

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वक्फ बोर्ड करेगा सीमांकन

शहर के कब्रिस्तानों पर तेजी से हो रहे अतिक्रमण को लेकर मप्र वक्फ बोर्ड ने भी चिंता जताई है। बोर्ड सीईओ सैयद शाकिर अली जाफरी ने कहा कि इस स्थिति को रोकने सभी कब्रिस्तानों का सीमांकन किया जाएगा। इस बीच इन कब्रिस्तानों में हुए अतिक्रमण को हटाने के लिए भी जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन से सहयोग लिया जाएगा।