नई दिल्ली । भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 17 फरवरी से दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में दूसरा टेस्ट खेला जाना है। उम्मीद थी कि पहले टेस्ट में चोट की वजह से टीम से बाहर रहे श्रेयस अय्यर की दिल्ली टेस्ट में वापसी होगी। अब खबरें आ रही हैं कि अय्यर का दूसरे टेस्ट में खेलना संभव नहीं है। वहीं, तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का भी चार मैचों की टेस्ट सीरीज के बाद होने वाली वनडे सीरीज में भी खेलना मुश्किल है। दोनों ही खिलाड़ी अभी बेंगलुरु स्थित नेशनल क्रिकेट एकेडमी में रिहैब कर रहे हैं। भारतीय टीम चार टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़ते ले चुकी है।
अय्यर बैक इंजरी और बुमराह स्ट्रेस फ्रैक्चर की वजह से टीम से बाहर हैं
श्रेयस बैक इंजरी की वजह से पहले टेस्ट मैच से बाहर थे, जबकि बुमराह स्ट्रेस फ्रैक्चर की वजह से टीम से बाहर चल रहे हैं। उनके ऑस्ट्रेलिया के साथ वनडे सीरीज से वापसी की संभावना थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अय्यर एक महीने से टीम से बाहर हैं। वह रिहैब से गुजर रहे हैं। ऐसे में टीम मैनेजमेंट उन्हें डायरेक्ट इंटरनेशनल मैच में उतारने की जोखिम नहीं लेगा।
अय्यर ने बेंगलुरू में एनसीए में रिहैबिलिटेशन कार्यक्रम के कुछ वीडियो पोस्ट किये थे, जिसमें वह ट्रेनर एस रजनीकांत के साथ थे। अय्यर स्ट्रेंथ और कंडिशनिंग ट्रेनिंग कर रहे हैं, लेकिन नेशनल टीम के साथ इंटरनेशनल स्तर पर वापसी के मानदंड के अनुसार उन्हें कम से कम एक घरेलू मैच खेलना जरूरी होगा। अय्यर को सीधे टेस्ट मैच में नहीं उतारा जा सकता है, इसमें उन्हें 90 ओवरों के लिए फील्डिंग करनी होगी और लंबे समय तक बल्लेबाजी करनी पड़ सकती है।
अय्यर-बुमराह की वापसी के लिए टीम मैनेजमेंट जल्दबाजी में नहीं
टीम मैनेजमेंट अय्यर और बुमराह की वापसी को लेकर जल्दबाजी में नहीं है। चूंकि जून में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल है और अक्टूबर में वनडे वर्ल्डकप होना है। दोनों खिलाड़ी टीम के लिए अहम है। ऐसे में टीम मैनेजमेंट किसी तरह की जोखिम नहीं उठाना चाहती है। मैनेजमेंट चाहता है कि दोनों खिलाड़ी पूरी तरह फिट होकर वापसी करें।
ईरानी ट्रॉफी में खेल सकते हैं अय्यर
अब यह देखना होगा कि चेतन शर्मा की अगुआई वाली चयन समिति 1 से 5 मार्च तक मध्य प्रदेश के खिलाफ होने वाले ईरानी कप मैच के लिए अय्यर को फिटनेस साबित करने के लिए शेष भारत टीम में शामिल करती है या नहीं। इससे पहले चयन समिति ने ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को फिटनेस साबित करने के लिए रणजी ट्रॉफी मैच खेलने के लिए कहा था।