मप्र के ग्वालियर में वाहन चेकिंग करने के दौरान पुलिस का सेना के जवान के साथ मारपीट का वीडियो सामने आया है। बताया जा रहा है कि ग्वालियर के थाटीपुरा चौराहे पर वाहन चैकिंग कर रही पुलिस ने सेना में पदस्थ हवलदार गौरव शर्मा के साथ सड़क पर मारपीट कर दी। वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ मौके से निकल रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इससे पहले ही पुलिस वालों का ट्रैफिक सिग्नल पर खड़े कुछ लोगों से विवाद हो रहा था। इसी दौरान गौरव से भी किसी बात को लेकर पुलिस वालों की बहस हो गई। बस यहीं से विवाद बढ़ गया।
वर्तमान में जम्मू में पदस्थ हैं गौरव
सेना में बतौर हवलदार पदस्थ गौरव वर्तमान में जम्मू में पदस्थ हैं और सोमवार रात वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ थाटीपुर चौराहे से निकल रहे थे। इसी दौरान ट्रैफिक सिग्नल पर खड़ी पुलिस ने उन्हें रोक लिया। चेकिंग के दौरान पुलिस का पहले से ही कुछ वाहन चालकों से विवाद हो रहा था। इसी समय गौरव से भी किसी बात को लेकर पुलिस की बहस शुरू हो गए और पुलिस जवान गौरव से उलझ पड़े। मौके पर मौजूद एसआई वीरेन्द्र शर्मा और कॉन्स्टेबल बेताल से गौरव की जमकर बहस हो गई। इसी दौरान किसी पुलिसकर्मी ने उन्हें पीछे से चांटा मार दिया। इसके बाद गौरव ने पुलिस कर्मियों पर हाथ उठा दिया। बताया जा रहा है कि फौजी ने भी पुलिसकर्मियों को भी दो तीन चांटो मार दिए। बस यहीं से पुलिस ने गौरव को घेर लिया और उसे थाने उठा लाए।
मामला बिगड़ते देख पुलिस के हाथ पैर फूले :
अपनी आंखों के सामने ही अपने पति की पिटाई होते देख फौजी की पत्नी बच्चे को गोद में लेकर सड़क पर खड़ी हो गई और जाम कर दिया। इस दौरान अन्य लोगों ने भी महिला का साथ दिया और सड़क को जाम कर दिया। बात बढ़ती देख पुलिस के हाथ पैर फूलने लगे और इस हंगामे की जानकारी तत्काल ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को मिल गई। जिसके बाद मौके पर पुलिस के वरिष्ठ अफसर पहुंच गए। इस दौरान पूर्व विधायक और भाजपा नेता मुन्नालाल गोयल भी आ गए। उनकी समझाइश के बाद फौजी की पत्नी और अन्य लोगों ने जाम को खत्म किया और फौजी को थाने से थाटीपुर चौराहे लाया गया। बाद में पुलिस और फौजी के बीच राजीनामा कराकर मामले को शांत कराया गया।
मामले को दबाने में जुटी ग्वालियर पुलिस
पुलिस की मानें तो उन्हें पता ही नहीं था कि गौरव फौजी हैं। हंगामे के बाद ही पुलिस को जानकारी लगी कि उन्होंने जिसके साथ बदसलूकी की है, वो सेना में जवान है। वहीं जब मामला गर्म हुआ तो फौजी मारपीट करने वाले सभी पुलिसकर्मी गायब हो गए। मामला बिगड़ता देख पुलिस ने बिना किसी शिकायत के फौजी को जाने दिया। इस मामले में टीआई थाटीपुर आरबीएस विमल का कहना है कि गौरव की ओर से किसी तरह की शिकायत नहीं की गई है। इसलिए किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। बताया जा रहा है कि विवाद में आम लोगों के आ जाने के बाद पुलिस मामले को दबाने में जुटा गई है।