लंदन। चीन ने दुनिया के मार्केट में लगभग अपना कब्जा जमा लिया है। इसी श्रृंखला में चीनी कंपनियों ने अब मक्के से शहद बनाना शुरु कर दिया है। चीन की कंपनियों में मक्के से बना यह शहद ब्रिटेन के सुपर मार्केट में खूब बिक रहा है। लेकिन शहद की गुणवत्ता को जांचने वाली एजेंसी की हाल में आई रिपोर्ट में सनसनीखेज खुलासा हुआ है।

ब्रिटेन के सभी सुपर मार्केट में बिकने वाला चीन का यह शहद दरअसल प्राकृतिक नहीं है। चीन ने इसे मक्के में मौजूद मीठे फ्रक्टोस से बनाया है। यह शहद वे ब्रिटिश लोग खा रहे हैं जो स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता के चलते इन दिनों शक्कर की जगह शहद खाना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। लेकिन ज्यादातर ये लोग चीन के इसी शहद को खा रहे हैं।

इसमें चीनी की मात्रा अधिक होने के कारण कई लोग मोटापे का शिकार हो रहे हैं। एक अनुमान के अनुसार ब्रिटेन में हर साल लगभग 50 हजार टन शहद की खपत होती है। इसमें से 80 से 86 फीसदी शहद चीन से आयातित होता है। चीन के इन 13 ब्रांड के शहद के 240 टेस्ट किए गए जो सभी फेल हो गए। फिर भी ब्रिटेन में चीन से आने वाले शहद पर कोई रोक नहीं लगाई गई है।

मक्के से बना यह शहद असली जैसा ही लगता है। जांच करने वाली मशीनें इसे पकड़ नहीं पाती हैं। यूरोप के अन्य देशों में भी चीन के शहद ने बाजार पर कब्जा जमा लिया है। इससे यूरोप में बनने वाले लगभग एक करोड़ कृत्रिम मधुमक्खी के छत्तों पर भी संकट आ खड़ा हुआ है। क्योंकि यूरोप में मधुमक्खी पालकों का शहद चीन में बने शहद से ज्यादा कीमत का होता है।