Shahbaz Ahmed
Shahbaz Ahmed

इस्लामाबाद । पाकिस्तान में लगातार महंगाई बढ़ती जा रही है। पाकिस्तान लोन के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की कई शर्तों को मानने को तैयार हो गया है। इस बीच आईएमएफ की पाकिस्तान के सामने एक नई डिमांड सामने आई है। आईएमएफ ने पाकिस्तान को महंगाई से लड़ने के लिए अपनी ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने को कहा है। हाल ही में हुई स्टाफ लेवल मीटिंग के दौरान आईएमएफ ने यह डिमांड रखी थी। पाकिस्तान स्टेट बैंक ने यह नहीं बताया कि उन्हें ब्याजदर कितना बढ़ाने को कहा गया है। लेकिन ये कहा गया कि आईएमएफ आक्रामक तरीके से इसमें बढ़ोतरी का दबाव डाल रहा था।

20 फीसदी तक पहुंच सकती है ब्याज दर

सूत्रों का कहना है कि केंद्रीय बैंक आईएमएफ को कम दर पर सहमति के लिए मना रहे हैं। लेकिन अभी भी दोनों पक्षों में कोई बात नहीं बन सकी है। आईएमएफ के साथ स्टाफ लेवल मीटिंग पर सहमति बनाने के लिए पाकिस्तान स्टेट बैंक को जल्द से जल्द निर्णय लेना होगा। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक अगर सरकार आईएमएफ की शर्तों को मान लेती है तो यह अक्टूबर 1996 में 19.5 फीसदी के ब्याज दर के रिकॉर्ड को तोड़ कर 20 फीसदी पहुंच जाएगी।

पाकिस्तान नहीं दिखना चाहता है कमजोर

पाकिस्तान में जब आईएमएफ कार्यक्रम की शुरुआत हुई थी तो नीतिगत दर 10.75 फीसदी थी। लेकिन अगर पाकिस्तान ने ब्याज दरों पर आक्रामक रुख अपनाया तो यह लगभग दोगुना तक जा सकता है। केंद्रीय बैंक अगली मौद्रिक नीति समिति की बैठक से पहले ब्याज दर में बढ़ोतरी का विरोध कर रहा था। एक अधिकारी के मुताबिक अगली बैठक 16 मार्च को होगी। पाकिस्तान महंगाई को कम करना चाहता है। लेकिन वह कोई ऐसा संकेत नहीं देना चाहता, जिससे लगे कि उसके केंद्रीय बैंक को आईएमएफ चला रहा है।

दूध और चिकन के दाम ने तोड़े रेकॉर्ड

वित्त मंत्रालय ने आईएमएफ को बताया था कि बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद महंगाई दर 29 फीसदी पहुंच सकती है। पाकिस्तान में महंगाई की स्थिति यह है कि दूध की कीमतों में कुछ ही दिनों में 30-40 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। इसके बाद पाकिस्तान के कई इलाकों में दूध 200 रुपए लीटर के दाम को पार कर गया। वहीं पाकिस्तान में चिकन के दाम की बात करें तो वह 700 रुपए किग्रा और बोनलेस चिकन 1,100 रुपए से ऊपर के दाम पर बिक रहा है।