पाकिस्तान की 24 वर्षीय समाज सेविका और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई ने ब्रिटेन में निकाह कर लिया है। मलाला ने असर नाम के अपने पुराने दोस्त के साथ निकाह किया है। मलाला ने सोशल मीडिया पर अपने निकाह की तस्वीरें भी शेयर की हैं। इसमें उनके माता-पिता भी नजर आ रहे हैं।

तालिबान ने किया था जानलेवा हमला
लड़कियों की पढ़ाई के हक में आवाज उठाने वाली मलाला युसुफजई पाकिस्तान के स्वात घाटी की रहने वाली हैं। नौ अक्टूबर 2012 को स्कूल बस में जाते हुए तालिबान ने मलाला के सिर में गोली मार दी थी। तब उनकी उम्र सिर्फ 15 साल थी। गंभीर हालत को देखते हुए मलाला को इलाज के लिए ब्रिटेन ले जाया गया। वहां सर्जरी के बाद उनकी जान बच सकी। ब्रिटेन स्थित पाकिस्तानी दूतावास में उनके पिता को नौकरी भी दी गई।

आई एम मलाला नाम से आत्मकथा लिखी
मलाला ने आई एम मलाला नाम से अपनी आत्मकथा भी लिखी है। मीडिया में छपी खबरों के अनुसार, कभी पाकिस्तान के पिछड़े इलाके में रहने वालीं मलाला को इसके लिए 3 मिलियन डॉलर मिले थे। आई एम मलाला को ब्रिटेन के विन्डेनफेल्ड एंड निकोलसन ने पब्लिश किया था। यह किताब 8 अक्टूबर 2013 को पब्लिश हुई थी।

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से हैं स्नातक
आतंकवादी हमले के बाद 2014 में लंदन में उनकी सर्जरी हुई। इसके बाद वे अपने परिवार के साथ बर्मिंघम में शिफ्ट हो गईं। उन्होंने यहां लड़कियों की सहायता के लिए मलाला फंड नाम से चैरिटी शुरू की है। मलाला ने 2020 में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से दर्शनशास्त्र, राजनीति और अर्थशास्त्र में ग्रेजुएशन पूरा किया है।

सबसे कम उम्र की नोबेल विजेता बनीं
मलाला को 2014 में शांति का नोबेल पुरस्कार मिला है। उनके साथ बच्चों के अधिकारों के लिए काम करने वाले भारत के कैलाश सत्यार्थी को भी यह अवॉर्ड संयुक्त रूप से मिला था। मलाला यूसुफजई के नाम सबसे कम उम्र में ये अवॉर्ड पाने का रिकॉर्ड है। उस वक्त उनकी उम्र 17 साल थी।