वॉशिंगटन। अगर ओमिक्रॉन और डेल्टा स्ट्रेन मिलकर किसी व्यक्ति को संक्रमित करते हैं तो कोरोना का नया सुपर वैरिएंट बन सकता है। यह कहना है मॉडर्ना कंपनी के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. पॉल बर्टन का। उनका मानना है कि ब्रिटेन में डेल्टा और ओमिक्रॉन की आउटब्रेक स्पीड ने ही सुपर-वैरिएंट की आशंका को जन्म दिया है। उन्होंने कहा कि दोनों वायरस आपस में मिलकर जीन शेयर और स्वैप कर सकते हैं।
डॉ. बर्टन का कहना है कि आमतौर पर इंसान कोरोना के एक ही म्यूटेंट स्ट्रेन से संक्रमित होता है लेकिन कुछ खास मामलों में दो स्ट्रेन एक ही व्यक्ति को एक ही समय में संक्रमित करते हैं तो खतरा अधिक बड़ जाता है। ऐसे में अगर डेल्टा और ओमिक्रॉन दोनो एक सेल को संक्रमित करते हैं तो यह परस्पर में डीएनए को बदल सकते हैं। तब इन दोनों के परस्पर मिलन से कोरोना का एक नया सुपर स्ट्रेन बन सकता है जो दुनिया को और अधिक भयभीत कर सकता है।
डॉ. बर्टन ने कहा कि आमतौर पर इंसान कोरोना के एक ही एक म्यूटेंट स्ट्रेन से संक्रमित होता है, पर कुछ खास मामलों में दो स्ट्रेन एक ही वक्त पर मरीज को संक्रमित करते हैं। अगर डेल्टा और ओमिक्रॉन दोनों एक सेल को संक्रमित करते हैं तो ये आपस में DNA की अदला-बदली कर सकते हैं। इन दोनों के मिलने से कोरोना का एक नया सुपर स्ट्रेन बन सकता है।