नई दिल्ली। सेकेंड वेव में कोरोना के डेल्ट वैरिएंट के कहर के बाद पटरी पर आ रही लोगों की जिंदगी के लिए एक बार फिर बड़ी चुनौती बनता ओमिक्रॉन दुनिया के 13 देशों में पहुंच गया है। इन देशों में वो अपना पांव पसार रहा है। रिसर्चर्स के मुताबिक ये डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले कई गुना तेजी से फैल रहा है।
ओमिक्रॉन ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी समेत हॉन्गकॉन्ग, नीदरलैंड, डेनमार्क, बेल्जियम, इजराइल, चेक रिपब्लिक, ऑस्ट्रेलिया, पुर्तगाल और कनाडा तक पहुंच चुका है।
देशों में पहुंच चुका है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने कड़ी चेतावनी दी है कि नया वैरिएंट दुनिया के लिए बड़ा खतरा बन सकता है। गौरतलब है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट का पहला केस केस बोत्सवाना में मिला। दक्षिण अफ्रीका में पहली बार इसकी सीक्वेंसिग की गई।
इस वैरिएंट से मौत की पुष्टि नहीं
इधर WHO ने यह भी कहा कि अभी तक इस वैरिएंट से मौत का एक भी मामला सामने नहीं आया है। अभी तक यह भी साफ नहीं हुआ है कि ये वैरिएंट कितना संक्रामक और घातक है। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, रिसर्चर्स की टीम का मामना है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट या कोरोना का यह म्यूटेट वैरिएशन ज्यादा खतरनाक हैं। वायरस ने नया वैरिएंट जेनरेट करके इंसानों के मुताबिक खुद को ढाल लिया है। आगे की रिसर्च के बाद यह साफ होगा कि वायरस में यह बदलाव कम खतरनाक है, ज्यादा खतरनाक है या इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है।