नई दिल्ली। दुनिया में अभी कोविड है। ये बात ओमिक्रॉन वैरिएंट ने दिखा दिया है। दुनिया कोविड-19 महामारी के तीसरे वर्ष में प्रवेश कर रही है, मगर 50 लाख से अधिक लोगों की मौत का कारण बनी यह संक्रामक बीमारी अभी भी खत्म नहीं हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने सोमवार को यह टिप्पणी की।
विश्व स्वास्थ्य सभा के विशेष सत्र में, डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ट्रेडोस अदनोम घेब्रेयसस ने कहा कि दुनिया एक सदी में सबसे तीव्र स्वास्थ्य संकट की चपेट में है, भले ही इसे रोका जा सकता है, इसका पता लगाया जा सकता है और इसका इलाज किया जा सकता है।
उन्होंने कहा, अत्यधिक उत्परिवर्तित यानी म्यूटेंट ओमिक्रॉन वैरिएंट का उद्भव इस बात को रेखांकित करता है कि हमारी स्थिति कितनी खतरनाक और अनिश्चित है।
स्वास्थ्य निकाय के प्रमुख ने कहा, हमें एक और वेक-अप कॉल की आवश्यकता नहीं है; हम सभी को इस वायरस के खतरे के प्रति जागरूक होना चाहिए।
उन्होंने आगे महामारी पर एक वैश्विक संधि की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि देशों को भविष्य की महामारियों को रोकने और लड़ने में मदद मिल सके।
घेब्रेयसस ने कहा, वास्तव में, ओमिक्रॉन ने दिखाया है कि दुनिया को महामारी पर एक नए समझौते की आवश्यकता क्यों है।
उन्होंने कहा कि कोविड ने महामारी की तैयारी और प्रतिक्रिया के लिए वैश्विक तौर पर मूलभूत कमजोरियों को उजागर किया और बढ़ा दिया।