देश में एक बार कोरोना सरकार की चिंता बढ़ाने लगा है। दरअसल देश में आई कोरोना की दो लहरों ने बड़े पैमाने पर जान माल का नुकसान किया है। उसके बाद अब तक लोग इस बीमारी को लेकर लापरवाही बरत रहे हैं। बताया जा रहा है कि देश में अब तक 10 करोड़ से ज्यादा लोग ऐसे हैं, जिन्होंने वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगवाई है। ऐसे में यदि समय पर वैक्सीनेशन का काम नहीं किया गया, तो कोरोना फिर से विकराल रूप ले सकता है। इन्हीं सभी चिंताओं के मद्देनजर सरकार अगले माह से ‘हर घर दस्तक’ वैक्सीनेशन अभियान शुरू कर रही है।

लापरवाही से बढ़ सकती है देश की परेशानी :
इस अभियान के तहत हेल्थ वर्कर्स का मुख्य टारगेट वे लोग रहेंगे, जिन्होंने अब तक वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगवाई है। साथ ही जो लोग सेकेंड डोज लगवाने में भी लापरवाही कर रहे हैं। उन्हें भी अब घर पर ही वैक्सीन की सेकेंड डोज लग सकेगी। सरकार की मानें तो देश में 10 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगी है। जिसके कारण कभी भी देश की परेशानी बढ़ सकती है। इससे बचने का सबसे अच्छा उपाय समय पर वैक्सीनेशन है। इसलिए सरकार द्वारा घर घर जाकर वैक्सीनेशन करने पर जोर दिया जा रहा है।

देश को 32 प्रतिशत आबादी को लग चुके हैं दोनों डोज :
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि टीकाकरण अभियान को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के बीच बुधवार को एक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में इस बताया गया कि भारत में 77 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है, जबकि 32 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं। स्वास्थ्य मंत्री की मानें तो देश में लगभग 10 करोड़ लोग ऐसे हैं जिन्होंने वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगवाई है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को अब तक वैक्सीन नहीं लगी है, वो टीका जरूर लगवाएं। देश में वर्तमान में 3.92 करोड़ से अधिक लोग अपनी दूसरी खुराक के लिए छह सप्ताह से अधिक समय से वैक्सीन का इंतजार कर रहे हैं। इसके अलावा लगभग 1.57 करोड़ चार से छह सप्ताह से इंतजार कर रहे हैं। वहीं 1.50 करोड़ से अधिक लोग 2-4 सप्ताह से वैक्सीन का इंतजार कर रहे हैं।