नई दिल्ली। नागालैंड के मोन जिले में एक ऐसी घटना हो गई जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यहां सुरक्षाकर्मियों ने स्थानीय नागरिकों को विद्रोही समझकर गोलियों से भून दिया। इस कार्रवाई में एक दर्जन नागरिकों समेत एक सुरक्षाकर्मी की दुर्भाग्यपूर्ण मौत हो गई।

प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया है कि सुरक्षा बलों ने गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए तिरु-ओटिंग रोड पर घात लगाने की योजना बनाई थी, लेकिन उन्होंने स्थानीय ग्रामीणों को विद्रोही समझ लिया।

गलत पहचान के कारण गोलीबारी में ग्रामीणों की मौत हो गई। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने सुरक्षा बलों को घेर लिया। अपनी आत्मरक्षा में सैनिकों ने फिर से गोलियां चलाईं।

सुरक्षा बलों ने एक प्रेस बयान में कहा कि उग्रवादियों की संभावित गतिविधि की विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर सोम जिले के तिरु के इलाके में एक विशेष अभियान चलाने की योजना थी।

सुरक्षा बल ने कहा, “हमें घटना पर गहरा खेद है। दुर्भाग्यपूर्ण घटना की उच्चतम स्तर पर जांच की जा रही है और कानून के अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी। इस घटना में सुरक्षा बलों को गंभीर चोटें आई हैं, जिसमें एक सैनिक भी शामिल है, जिसकी मौत हो गई।”