श्रेयस अय्यर ने कहा – पदार्पण टेस्ट मैच में शतक लगाना अद्भुत


कानुपर। पदार्पण टेस्ट मैच में शतक लगाने वाले श्रेयस अय्यर को उम्मीद नहीं थी कि उन्हें अंतिम 11 में शामिल किया जाएगा। वहीं, उन्होंने कहा कि पहले मैच में ही शतक लगाना अद्भुत है।
ग्रीन पार्क स्टेडियम में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना पहला टेस्ट शतक लगाने के बाद श्रेयस अय्यर ने पत्रकारों और अपने साथी खिलाड़ी सूर्यकुमार यादव से बात करते हुए कहा कि जब मैं कानपुर आया तो मुझे नहीं पता था कि मैं खेलने जा रहा हूं। राहुल सर (कोच राहुल द्रविड़) और कप्तान रहाणे मेरे पास आए और उन्होंने इसकी जानकारी दी। इससे पहले मैंने लगभग तीन साल पहले ईरानी ट्रॉफ़ी मैच में लाल गेंद से क्रिकेट खेला था। इसलिए मैंने इसे एक मौक़ा और चुनौती के रूप मे लिया।

 

श्रेयस ने कहा कि मुझे पता था कि मेरे अंदर कौशल है। कप्तान और कोच ने भी मुझे आत्मविश्वास दिया। उन्होंने मुझसे कहा कि मुझे कुछ भी बदलने की जरूरत नहीं है और अपना नैसर्गिक खेल दिखाने के लिए कहा। श्रेयस अय्यर ने कहा कि मुझे जब सुनील गावस्कर सर ने टेस्ट कैप पहनाई तो उन्होंने मुझसे कहा कि तुम्हें अपने भूत या भविष्य दोनों के बारे में नहीं सोचना है।

अय्यर ने कहा कि वह मुंबई लौटते ही अपने कोच प्रवीण आमरे सर को डिनर देंगे। उल्लेखनीय है कि प्रवीण आमरे भी अपने पदार्पण टेस्ट मैच में शतक लगा चुके हैं। श्रेयस अय्यर डेब्यू मैच में शतक लगाने वाले 16वें भारतीय हैं। श्रेयस अय्यर ने अपने पिता और परिवार का आभार जताते हुए कहा कि उन्हीं के सपोर्ट की बदौलत यहां तक पहुंचा हूं