सारांश टाइम्स नेशनल डेस्क । (Army camp in the grip of landslide) बारिश ने अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है। असम में बाढ़ के बाद अब पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में लगातार भारी बारिश हो रही है। बारिश के कारण बुधवार रात भूस्खलन (landslide) की चपेट में आने से आम लोगों के साथ टेरिटोरियल आर्मी के कई जवान (army personnel) इसकी चपेट में आ गए। यह घटना तुपुल रेलवे स्टेशन के पास हुई है। अब तक दो लोगों के शव बरामद किए गए हैं जबकि कई लोग मलबे में दबे हैं। रेलवे के अनुसार अब तक रेस्क्यू ऑपरेशन (rescue operation) में 19 लोगों की जान बचाई जा चुकी है। वहीं बड़े पैमाने पर मलबे (debris) गिरने के कारण इजेई नदी (Ijei river) अवरुद्ध हो गई है, जिससे एक जलाशय बन गया है जो निचले इलाकों को जलमग्न कर सकता है।

नोनी के डिप्टी कमिश्नर ने जारी की एडवाइजरी

नोनी के डिप्टी कमिश्नर द्वारा जारी एक एडवाइजरी में कहा गया है कि टुपुल यार्ड रेलवे निर्माण शिविर में हुए दुर्भाग्यपूर्ण भूस्खलन के कारण 50 से अधिक लोग मलबे के अंदर दब गए हैं जबकि दो लोगों के शव बरामद हुए हैं। इजेई नदी का प्रवाह भी मलबे से बाधित हो गया है, भंडारण की स्थिति अगर भंग हुई तो नोनी जिला मुख्यालय के निचले इलाकों में कहर बरपाएगा।

रेलवे लाइन के निर्माण के दौरान घटी घटना

जानकारी के मुताबिक जिरीबाम को इंफाल से जोड़ने के लिए एक रेलवे लाइन का निर्माण हो रहा था जिसकी सुरक्षा के लिए 107 टेरिटोरियल आर्मी के जवानों को तैनात किया गया था। बुधवार रात को वहां पर भारी भूस्खलन हुआ। जिसमें कई जवान दब गए। गुरुवार सुबह सेना, असम राइफल्स, मणिपुर पुलिस की ओर से बड़े पैमान पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। जिसमें साइट पर उपलब्ध इंजीनियरिंग उपकरणों का भी उपयोग किया जा रहा है।

अमित शाह ने मणिपुर से सीएम से की बात

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस घटना पर जानकारी देते हुए लिखा, मणिपुर में तुपुल रेलवे स्टेशन के पास भूस्खलन के मद्देनजर मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह और केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की। बचाव कार्य जोरों पर है। एनडीआरएफ की एक टीम मौके पर पहुंच गई और बचाव कार्यों में शामिल हो गई।