वेस्टइंडीज के ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो ने शनिवार को आस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच खेला। हालांकि वह क्रिकेट खेलते रहेंगे। ब्रावो ने कहा कि जब तक उनका शरीर साथ देगा तब तक वे फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेलते रहेंगे।
आस्ट्रेलिया के खिलाफ वेस्टइंडीज की हार के बाद ब्रावो ने अबूधाबी में कि मैं कुछ और वर्षों तक फ्रेंचाइज़ी क्रिकेट खेलना जारी रखूंगा। मेरा उद्देश्य कुछ साल पहले रिटायर होने का था, लेकिन क्रिकेट वेस्टइंडीज़ के अध्यक्ष पद में परिवर्तन और नेतृत्व में परिवर्तन के साथ हृदय परिवर्तन होता है। मैं वेस्टइंडीज टीम के लिए योगदान देना चाहता था, क्योंकि मैं शारीरिक रूप से अच्छी स्थिति में था और अपने खेल का आनंद ले रहा था।
फिर से टीम में शामिल करने के लिए पोलार्ड का जताया आभार
2004 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले ब्रावो ने अक्तूबर 2016 से जनवरी 2020 तक वेस्टइंडीज़ के लिए कोई मैच नहीं खेला था। 2020 की शुरुआत में कीरोन पोलार्ड के कप्तान बनने के बाद उन्होंने टीम में वापसी की थी। ब्रावो ने बताया कि पोलार्ड के साथ मेरी बातचीत के दौरान मैंने कहा था कि मैं वापस आकर सबसे छोटे फॉर्मेट में खेलना चाहूंगा जो मेरी विशेषता है और उन्होंने मुझे फिर से खेलने का मौक़ा दिया, इसलिए मैं उनका आभारी हूं।
गेल को भी दी विदाई, लेकिन संन्यास नहीं लिया
ब्रावो ने कुछ दिन पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि यह विश्व कप उनका आखिरी होगा, आस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ मैच में क्रिस गेल को भी विदाई दी गई। आउट होने के बाद उन्होंने स्टैंड्स में मौजूद दर्शकों का अभिवादन किया और सीमा रेखा के बाहर आने पर ब्रावो और आंद्रे रसल ने उन्हें गले लगाया। बाद में उन्होंने अपनी क्रिकेट किट की कुछ सामग्री प्रशंसकों को तोहफ़े में दी। हालांकि गेल ने बाद में बताया कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट ने संन्यास नहीं लिया है और उन्हें अपने घरेलू मैदान पर अंतिम मैच खेलने की उम्मीद है।
बाद में करेंगे कोचिंग
जॉनी उर्फ ड्वेन ब्रावा ने कहा कि मुझे लगता है कि यह मेरे लिए खेल से दूर जाने और अगली पीढ़ी के युवा खिलाड़ियों को, जिनके साथ मेरी बहुत अच्छी दोस्ती है, टीम मे आने देने का सही समय था। उन्होंने बताया कि वह टी-20 लीग में क्रिकेट खेलते रहना चाहते हैं, ब्रावो ने बताया कि खिलाड़ी के तौर पर अपना करियर समाप्त करने के बाद वह कोच की भूमिका निभाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि आख़िरकार अगर मैं क्रिकेट से दूर जाने का फ़ैसला करूंगा तो मैं कोचिंग विभाग में वापस आना पसंद करूंगा। इसलिए मैंने पहले से ही तैयारी शुरू कर दी है।
क्रिकेट ने दिया सब कुछ
ब्रावा ने कहा कि क्रिकेट ने मुझे सब कुछ दिया है। क्रिकेट ने मुझे वह जीवन दिया है, जो मैं हमेशा अपने और अपने परिवार के लिए चाहता था। इसलिए यह उचित है कि मैं इस खेल को वापस देना पसंद करूंगा। मैं, वेस्टइंडीज़ और दुनिया भर में जिस भी टीम के साथ खेलता हूं, वहां आने वाली युवा प्रतिभा के कारण ख़ुद को प्रोत्साहित करता रहता हूं, तो निश्चित रूप से आप मुझे कोच की भूमिका में देखेंगे।