पदक वितरण समारोह में रजत पदक के सबसे बाएं किदांबी श्रीकांत और सबसे दाएं कांस्य पदक के साथ लक्ष्य सेन।

भारत के लिए विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाले पहले पुरुष खिलाड़ी बने किदांबी श्रीकांत

ह्यूएल्वा। स्टार भारतीय शटलर किदांबी श्रीकांत बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप के खिताबी मुकाबले में रविवार को सिंगापुर के खिलाड़ी लो कीन यू से हार गए। इसके बाद भी उन्होंने भारतीय बैडमिंटन के लिए नया इतिहास बना दिया। श्रीकांत विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी बने हैं। इसके साथ ही इस चैंपियनशिप में पहली बार भारत के लिए दो पुरुष खिलाड़ियों ने पदक जीते हैं। शनिवार को श्रीकांत से सेमीफाइनल में हारे लक्ष्य सेन ने कांस्य पदक जीता था।

स्पेन के ह्यूएल्वा शहर में रविवार को खेले गए विश्व चैंपियनशिप परुष एकल के फाइनल में सिंगापुर लो कीन यू  ने भारतीय खिलाड़ी के श्रीकांत को 21-15, 22-20 से हराया। अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन मुकाबले में श्रीकांत और कीन के बीच यह दूसरी भिड़ंत थी इससे पहले श्रीकांत ने सिंगापुर किस खिलाड़ी को हराया था लेकिन इस बार सिंगापुर का 24 वर्षीय खिलाड़ी 28 वर्षीय भारतीय श्रीकांत पर भारी पड़ गया।

जापान की महिला खिलाड़ी अकेन यामागुची बनी विजेता

वहीं विश्व चैंपियनशिप के महिला एकल के फाइनल मुकाबले में विश्व की तीसरे नंबर की खिलाड़ी जापान की अकेन यामागुची ने विश्व की नंबर एक खिलाड़ी ताइवान की ताई जू यिंग को 21, 21-11 से हराया। उल्लेखनीय है कि 2019 विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के स्वर्ण पदक विजेता भारतीय खिलाड़ी पीवी सिंधु को ताई जू यिंग ने क्वार्टर फाइनल में हराया था।

विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में पीवी सिंधु स्वर्ण पदक जीत चुकी है 5 मेडल

श्रीकांत और लक्ष्य से पहले प्रकाश पादुकोण ने 1983 में विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था। वहीं साई प्रणीत ने 2019 में भारत के लिए कांस्य पदक जीता था। विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में पुरुष खिलाड़ियों से आगे भारतीय महिला खिलाड़ी हैं। पीवी सिंधु भारत की एकमात्र खिलाड़ी हैं, जिन्होंने विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता है। सिंधु विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक सहित कुल 5 पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी हैं। पीवी सिंधु ने 2019 में स्वर्ण पदक जीता था, जबकि 2017 और 2018 में उन्होंने रजत पदक जीता। इसके अलावा सिंधु दो बार कांस्य पदक भी जीत चुकी हैं। पीवी सिंधु 2013 और 2014 में कांस्य पदक जीती थीं। इसके अलावा भारत में महिला बैडमिंटन को पहचान दिलाने वाली साइना नेहवाल 2015 में रजत पदक और 2017 में कांस्य पदक जीत चुकी हैं। वहीं महिला युगल में भी भारत को एक पदक मिला है। 2011 में ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी ने कांस्य पदक जीता था।