ललित मोदी ने ट्वीट कर लिखा- सट्टेबाज खरीदने लगे आईपीएल की टीमें
आईपीएल के संस्थापक और पूर्व कमिश्नर ललित मोदी ने ट्वीट कर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया है कि अब सट्टेबाज भी आईपीएल की टीमें खरीदने लगे हैं। ललित मोदी ने हाल ही में दुबई में संपन्न हुई दो नई आईपीएल टीम की नीलामी प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं।
उन्होंने सवाल उठाया कि यूके में सट्टेबाजी का धंधा चलाने वाली कंपनी को अहमदाबाद फ्रेंचाइजी क्यों सौंपी गई है। बीसीसीआई को अहमदाबाद और लखनऊ की टीम की नीलामी से 12,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई हुई है।
ललित मोदी ने आईपीएल में निजी इक्विटी फर्म सीवीसी कैपिटल्स पार्टनर्स के प्रवेश पर सवाल उठाए हैं, क्योंकि इसका निवेश सट्टेबाजी गतिविधियों से जुड़ी कंपनियों में है। सीवीसी ने अहमदाबाद फ्रेंचाइजी को खरीदने के लिए 5625 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। सीवीसी स्वयं को निजी इक्विटी के क्षेत्र में दुनिया की शीर्ष कंपनी बताती है, जो 125 अरब डॉलर की संपत्तियों का प्रबंधन करती है।
लखनऊ फ्रेंचाइजी को आरपीएसजी वेंचर्स ने 7090 करोड़ रुपये में खरीदा। सीवीसी की वेबसाइट के अनुसार उसका निवेश टिपिको और सिसल जैसी कंपनियों में हैं जो खेल सट्टेबाजी से जुड़े हैं। भारत में सट्टेबाजी वैध नहीं है। सीवीसी अतीत में फार्मूला वन में भी निवेश कर चुका है और अब उसकी हिस्सेदारी प्रीमियरशिप रग्बी में है।
मोदी ने बीसीसीआई से पूछा – क्या नया नियम आ गया है?
ललित मोदी ने ट्वीट कर कहा कि मुझे लगता है कि सट्टेबाजी कंपनियां आईपीएल टीम खरीद सकती हैं। शायद कोई नया नियम आ गया है। बोली जीतने वाला एक बोलीदाता एक बड़ी सट्टेबाजी कंपनी का मालिक भी है। आगे क्या होगा। क्या बीसीसीआई ने अपना काम नहीं किया। भ्रष्टाचार रोधी इकाइयां ऐसे मामले में क्या करेंगी।