– राष्ट्रपति ने 2021 के राष्ट्रीय खेल पुरस्कार के लिए चयनित खिलाड़ियों को किया सम्मानित
– इतिहास में पहली बार 12 खिलाड़ियों को दिया गया खेल रत्न, इससे पहले 2020 में पांच खिलाड़ियों को चुना गया था खेल रत्न के लिए

 


राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को देश के श्रेष्ठ खिलाड़ियों और उनके कोच को मेजर ध्यानचंद खेलरत्न, अर्जुन, द्रोणाचार्य और ध्यानचंद पुरस्कार से सम्मानित किया। टोक्या ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता जैवलिन थ्रोअर नीजर चोपड़ा सहित 12 खिलाड़ियों को मेजर ध्यानचंद खेलरत्न पुरस्कार दिया गया।

खेलरत्न पुरस्कार के इतिहास में यह पहली बार है जब एक दर्जन खिलाड़ियों को खेलरत्न पुरस्कार से नवाजा गया हो। इससे पहले वर्ष 2020 में पांच और 2016 में चार खिलाड़ियों को खेलरत्न दिया गया। वहीं राष्ट्रपति ने टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे मध्यप्रदेश के होशंगाबाद में जन्मे विवेक सागर प्रसाद सहित कुल 35 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार से नवाजा।

इतनी मिली पुरस्कार राशि

खेलरत्न अवॉर्डियों को 25-25 लाख रुपये, अर्जुन पुरस्कार विजेताओं को 15-15 लाख रुपये, द्रोणाचार्य पुरस्कार पाने वाले कोच को 15-15 लाख रुपये और मेजर ध्यानचंद अवॉर्ड के लिए 10 लाख रुपये मिले।

विश्वनाथन आनंद बने थे पहले खेल रत्न

राष्ट्रीय खेलरत्न पुरस्कार देने की शुरूआत 1991-92 में हुई थी। देश के पहले खेलरत्न होने का सौभाग्य शतरंज के धुरंधर खिलाड़ी विश्वनाथ आनंद को मिला। 2021 से पहले खेलरत्न पुरस्कार राजीव गांधी खेलरत्न पुरस्कार के नाम से दिया जाता था, लेकिन इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद खेलरत्न पुरस्कार दिया। 1991-92 से अब तक 57 खिलाड़ियों को खेलरत्न पुरस्कार दिया जा चुका है।

राष्ट्रपति ने इन खिलाड़ियों को दिए राष्ट्रीय खेल पुरस्कार

नीरज चोपड़ा (ऐथलेटिक्स), रवि कुमार दहिया (कुश्ती), लवलीना बोरगोहेन (मुक्केबाजी), पीआर श्रीजेश (हॉकी), अवनि लेखारा (पैरा शूटिंग), सुमित अंतिल (पैरा ऐथलेटिक्स), प्रमोद भगत (पैरा बैडमिंटन), कृष्णा नागर (पैरा बैडमिंटन), सुनील छेत्री (फुटबॉल), मनप्रीत सिंह (हॉकी), मनीष नरवाल (पैरा शूटिंग), मिताली राज (क्रिकेट)।

इन खिलाड़ियों को किया गया अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित

विवेक सागर प्रसाद (हॉकी), दिलप्रीत सिंह (हॉकी), हरमनप्रीत सिंह (हॉकी), रूपिंदर पाल सिंह (हॉकी), सुरेंद्र कुमार (हॉकी), अमित रोहिदास (हॉकी)), बीरेंद्र लाकड़ा (हॉकी), सुमित (हॉकी), नीलकांत शर्मा (हॉकी), हार्दिक सिंह (हॉकी), गुरजंत सिंह (हॉकी), मनदीप सिंह (हॉकी), शमशेर सिंह (हॉकी), ललित कुमार उपाध्याय (हॉकी), वरुण कुमार (हॉकी), सिमरनजीत सिंह (हॉकी), शिखर धवन (क्रिकेट), अरपिंदर सिंह (एथलेटिक्स), सिमरनजीत कौर (मुक्केबाजी), सीए भवानी देवी (तलवारबाजी), मोनिका (हॉकी), वंदना कटारिया (हॉकी), संदीप नरवाल (कबड्डी), हिमानी उत्तम परब (मलखंब), अभिषेक वर्मा (निशानेबाजी), अंकिता रैना (टेनिस), दीपक पूनिया (कुश्ती), योगेश कथूनिया (पैरा एथलेटिक्स), निषाद कुमार (पैरा एथलेटिक्स), प्रवीण कुमार (पैरा एथलेटिक्स), सुहास यतिराज (पैरा बैडमिंटन), सिंहराज अधाना (पैरा निशानेबाजी), हरविंदर सिंह (पैरा तीरंदाजी) और शरद कुमार (पैरा ऐथलेटिक्स), भावना पटेल (पैरा टेबल टेनिस)।

द्रोणाचार्य अवॉर्ड: लाइफटाइम श्रेणी में

टीपी ओसेफ (एथलेटिक्स), सरकार तलवार (क्रिकेट), सरपाल सिंह (हॉकी), अशन कुमार (कबड्डी), तपन कुमार पैनगढ़ी (स्विमिंग)

द्रोणाचार्य अवॉर्ड: नियमित श्रेणी में

राधाकृष्ण नायर पी (एथलेटिक्स), संध्या गुरुंग (बॉक्सिंग), प्रीतम सिवाच (हॉकी), जय प्रकाश नौटियाल (पैरा शूटिंग), सुब्रहमनियन रमन (टेबल टेनिस)
लाइफटाइम अचीवमेंट (ध्यानचंद पुरस्कार)
लेख केसी, अभिजीत कुंटे, दविंदर सिंह गरचा, विकास कुमार और सज्जन सिंह।

मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी

पंजाब विश्वविद्यालय (चंडीगढ़)।