कर्नाटक, महाराष्ट्र और गुजरात के बाद देश की राजधानी में 5वां केस
नई दिल्ली। देश में कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन की चपेट में आया पांचवा मरीज दिल्ली में मिला है। इसके पहले शनिवार को गुजरात के जामनगर में ओमीक्रोन वायरस से संक्रमित रोगी का पता चला था। जामनगर से पहले कर्नाटक के शहर बेंगलुरु और महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में भी इस वेरिएंट के शिकार मिल चुके हैं।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने रविवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली में मिला ओमीक्रोन का संक्रमित यात्री तंजानिया से आया था और एयरपोर्ट पर की जा रही कोरोना जांच के दौरान उसे पहचाना जा सका। जैन ने बताया कि इस यात्री को गले में सूजन, थकान और शरीर में दर्द के लक्षण थे, जिसके बाद उसे दिल्ली के लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज जारी है।
जैन ने बताया कि उक्त यात्री ने जानकारी दी है कि वह वैक्सीन के दोनों रोज ले चुका है, इसलिए उसमें हल्के लक्षण ही नजर आ रहे हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इस यात्री को मिलाकर देश में अब तक कोरोना के नए वेरिएंट के 5 संक्रमित मिल चुके हैं।
कब कब कहां मिले केस
उल्लेखनीय है कि ओमीक्रोन का सबसे पहला मामला पिछले गुरूवार को कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में नजर आया था, जहां जांच में 2 रोगियों का पता चला था। इनमें से एक विदेशी नागरिक था, जो पिछले माह भारत आया था। कर्नाटक के बाद गुजरात के जामनगर शहर में ओमीक्रोन का तीसरा केस मिला था। बताया गया है कि यह संक्रमित व्यक्ति 28 नवंबर को जिंबाब्वे से जामनगर पहुंचा था। भारत में ओमीक्रोन का चौथा मामला शनिवार को महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के निकट कल्याण डोंबिवली मैं मिला था, जहां का रहने वाला एक व्यक्ति दक्षिण अफ्रीका से लौटा था और कोरोना जांच में ओमीक्रोन संक्रमित पाया गया था।
विमान यात्रियों के लिए नई गाइडलाइन लागू
इस बीच देश में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के लगातार बढ़ते मामलों से चिंतित केंद्र सरकार ने विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए नई गाइडलाइन लागू कर दी है। नई गाइडलाइन के अनुसार एट रिस्क देशों से आने वाले सभी यात्रियों का अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर आरटी पीसीआर टेस्ट अनिवार्य रूप से किया जाएगा और इस जांच के नतीजे आने तक उन्हें एयरपोर्ट पर ही रोका जाएगा। केंद्र सरकार के सूत्रों के अनुसार देश के सभी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आरटी पीसीआर जांच की विशेष व्यवस्था की गई है।
केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि एट रिस्क वाले देशों से आए यात्रियों को एयरपोर्ट से बाहर जाने की अनुमति तो दी जाएगी, लेकिन उन्हें 14 दिन के लिए सेल्फी मॉनिटरिंग करनी होगी।
विमान यात्रियों को भरना होगा फार्म
नई व्यवस्था के तहत एयर सुविधा पोर्टल पर उपलब्ध सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म में विदेश से आने वाले हर यात्री को विमान में सवार होने से पहले अपनी 14 दिन की ट्रैवल हिस्ट्री की जानकारी देनी होगी। केंद्र सरकार के अधिकारियों के अनुसार जिन देशों को खतरे की श्रेणी से बाहर रखा गया है, उनसे आने वाले कम से कम 5% यात्रियों की अनिवार्य रूप से आरटी पीसीआर जांच की जाएगी ताकि उनमें से किसी संक्रमित यात्री का पता लगाया जा सके।