प्रदेश में रेत माफियाओं के हौसले बुलंदियाें पर हैं। रेत माफियाओं द्वारा भिंड-मुरैना में तो पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों पर तो हमले की खबरें सामने आती रही हैं। सोमवार को रेता माफियाओं ने आरकेटीसी रेत कंपनी की फ्लाइंग स्क्वायड टीम पर हमला किया। बताया जा रहा है कि रेत का अवैध कारोबार करने वाले लोगों ने फ्लाइंग स्क्वायड टीम पर डंडे, लाठी और कुल्हाड़ियों से हमला किया। माफियाओं ने रेत कंपनी के कर्मचारियों पर दो बार हमला करते हुए डंडों और पत्थरों से कर्मचारियों पर हमला किया। बताया जा रहा है कि हमला करने वाले सभी लोग अवैध रूप से रेत का कारोबार करते हैं। कोतवाली पुलिस ने रेत कंपनी के कर्मचारियों की शिकायत पर देर रात 1 बजे 8 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इन सभी लोगों पर अड़ीबाजी, बलवा और पथराव सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
सुबह 11 बजे शुरू हुई दोनों पक्षों के बीच मारपीट
बताया जा रहा है कि सोमवार को होशंगाबाद में आरकेटीसी रेत कंपनी की फ्लाइंग स्क्वाड टीम पर 8 घंटे के अंतराल से दो बार हमला हाे गया। बताया जा रहा है कि फ्लाइंग स्क्वायड की टीम ने चोरी की रेत से भरी ट्रेक्टर-ट्रॉली को पकड़ लिया था। यहीं से झगड़ा शुरू हुआ। इसके बाद सुबह 11 बजे एनएच 69 पर फौजदार पेट्रोल के सामने आधा दर्जन बदमाशों ने आरकेटीसी के कर्मचारियों पर डंडों से हमला कर दिया। इस दाैरान वाहनों के कांच फोड़े गए और कर्मचारियों से मारपीट की गई। जिसके बाद इसकी शिकायत देहात थाने में दर्ज कराई गई। वहीं भूमाफिया की ओर से भी काउंटर केस दर्ज कराया गया।
कर्मचारियों ने छिपकर बचाई अपनी जान
बाद में रॉयल्टी ऑफिस पहुंच चुकी आरकेटीसी की फ्लाइंग स्क्वॉड टीम पर 25 से ज्यादा लोगों ने धारदार हथियार डंडे और लाठियां से हमला कर दिया। कर्मचारियों ने आनन फानन में रॉयल्टी ऑफिस के अंदर छिपकर अपनी जान बचाई। बताया जा रहा है कि आरोपी रास्ते से ही टीम के कर्मचारियों का पीछा कर रहे थे। टीम के छिप जाने से नाराज आरोपियों ने बाहर खड़ी फ्लाइंग स्क्वायड की गाड़ी में तोड़फोड़ की।
मामला दर्ज करने में पुलिस को लगे 6 घंटे
घटना से घबराए आरकेटीसी के कर्मचारी रात 8 बजे कोतवाली थाने पहुंचकर आरोपियों के खिलाफ बलवा, अड़ीबाजी और पथराव की धाराओं में मामला दर्ज कराने की मांग करने लगे, लेकिन पुलिस को मामला दर्ज करने में ही 5 घंटे से ज्यादा का समय लग गया। पुलिस ने देर रात लगभग 1 बजे कंपनी के कर्मचारी सुनील विश्वकर्मा की शिकायत पर 8 लोगों के खिलाफ बलवा, अड़ीबाजी, तोड़फोड़ और मारपीट करने की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने सुनील की शिकायत पर कैलाश दायमा, नितिन मेशकर, अनवर, दिनेश, रितेश कीर, मनीष मीणा, राजकुमार, अजहर को आरोपी बनाया है। सभी आरोपी होशंगाबाद के रहने वाले हैं।
वहीं देहात थाने में दर्ज काउंटर केस में कंपनी के कर्मचारी सुमित दुबे की शिकायत पर कैलाश दायमा, मनीष कीर, रामचंद्र मीणा पर विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। जबकि दूसरे पक्ष की ओर से कैलाश दायमा की शिकायत पर उत्तम ठाकुर, सुमित दुबे, धीरज पांडे के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। कैलाश दायमा का कहना है कि पहले आरकेटीसी के कर्मचारियों ने हम लोगों के साथ मारपीट की थी। बताया जा रहा है कि इस घटना के चार दिन पहले भी 22 अक्टूबर को चोरी की रेत पकड़ने पर भी कंपनी और रेत कारोबार से जुड़े लोगों के बीच इटारसी में झगड़ा हुआ था। तब भी एक दर्जन से ज्यादा लोगों ने लाठियों से हमला कर दिया था। इस दौरान भी कंपनी के तीन कर्मचारी घायल हुए थे। पूरे मामले के बाद आरकेटीसी के मालिक रिंकू बोहरा बार बार रेत चोरी की घटनाओं की शिकायत और कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर खनिज मंत्री अधिकारियों से मिलने भोपाल आए हुए हैं।