भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग में बड़े बदलाव के साथ टाटा की ग्रोथ तेजी से बढ़ रही है। टाटा को सालाना आधार पर 30 प्रतिशत की ग्रोथ मिली। वहीं भारतीय कार बाजार की सरताज और सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी को सालाना आधार पर इस साल 24 प्रतिशत का नुकसान हुआ है। हालांकि, एक्सपोर्ट में उसे 1.2 गुना का फायदा हुआ है। लेकिन टाटा की ग्राेथ को देखने से साफ पता चलता है कि लोगों का देसी ब्रांड के प्रति विश्वास लगातार बढ़ता जा रहा है।
हैवी कॉमर्शियल व्हीकल बनाने वाली कंपनी अशोक लेलैंड को सालाना बेसिस पर 11 प्रतिशत की ग्रोथ मिली है। इधर एस्कॉर्ट ट्रैक्टर की सालाना आधार पर 1 प्रतिशत का नुकसान हुआ है। टू और थ्री व्हीलर बनाने वाली कंपनी बजाज ऑटो की अक्टूबर में सालाना आधार पर 14 प्रतिशत बिक्री घट गई।
इस तरह गिरी मारुति सुजुकी की सेल
मारुति सुजुकी कंपनी ने अक्टूबर 2020 में 1.73 लाख यूनिट्स की बिक्री थी। अक्टूबर 2021 में ये आंकड़ा 1.38 लाख यूनिट्स का रहा था। यानी सालाना आधार पर कंपनी की ओवरऑल सेल्स 24.2 प्रतिशत गिर गई। इस दौरान उसकी डोमेस्टिक सेल्स 32.4 प्रतिशत गिर गई। बीते महीने कंपनी की डोमेस्टिक सेल्स 1.17 लाख यूनिट्स की रही। वहीं, बीते साल अक्टूबर ये आंकड़ा 1.73 लाख यूनिट्स का था। हालांकि, एक्सपोर्ट में उसे 1.2 गुना का फायदा हुआ है। कंपनी ने बीते महीने 21,322 यूनिट्स एक्सपोर्ट की, जो सालभर पहले 9,586 यूनिट्स थी।
टाटा मोटर्स के वाहनों पर ग्राहकों ने जताया भरोसा
टाटा मोटर्स का बीते साल अक्टूबर में ये आंकड़ा 52,132 यूनिट्स का था। चालू वर्ष अक्टूबर में 67,829 यूनिट्स की बिक्री हुई थी। यानी उसे सालाना आधार पर 30 प्रतिशत की ग्रोथ मिली। इस दौरान कंपनी को कॉमर्शियल व्हीकल सेल्स में 18 प्रतिशत का फायदा हुआ। उसने बीते महीने 33,674 यूनिट्स की बिक्री की, जो सालभर पहले 28,472 यूनिट्स थीं। फेस्टिवल सीजन के चलते कंपनी को डोमेस्टिक सेल्स में 31 प्रतिशत की ग्रोथ मिली। उसने 65,151 यूनिट्स बेचीं, जो सालभर पहले 49,669 यूनिट्स थीं।