अंबेडकर नगर: उत्तर प्रदेश में रानैतिक दल आए दिन अलग-अलग समीकरण पर काम कर रहे हैं. जोड़-तोड़ के साथ अलग-अलग जातियों को साधकर उनके वोट अपनी झोली में डालने के भी हथकंडे अपनाए जा रहे हैं. वरिष्ठ समाजवादी नेता और पूर्व अध्यक्ष, माता प्रसाद पांडे ने कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को सत्ता में वापस लाने के लिए पूर्वी यूपी में अधिक से अधिक ब्राह्मण उम्मीदवारों को मैदान में उतारने की तैयारी है.
माता प्रसाद पांडे रविवार को अंबेडकर नगर के कठेरी विधानसभा क्षेत्र में पार्टी द्वारा आयोजित ब्राह्मण सम्मेलन में बोल रहे थे. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार द्वारा ब्राह्मणों को सताया गया है और समुदाय में गुस्सा साफ है. ब्राह्मणों, जिनकी आबादी 13 प्रतिशत है, को इस बार टिकट का एक हिस्सा मिलेगा.
उन्होंने कहा कि ब्राह्मण आत्मनिर्भर हैं और सरकार से लाभ नहीं चाहते हैं. उन्होंने कहा कि वे केवल सम्मान और गरिमा चाहते हैं. सम्मेलन में भाग लेने वाले यूपी के 20 जिलों के अधिकांश ब्राह्मण नेताओं ने पूर्व अध्यक्ष के विचारों का समर्थन किया और भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ ‘धर्म युद्ध’ की घोषणा की.
समाजवादी पार्टी मायावती के सोशल इंजीनियरिंग फॉर्मूले को दोहराने की कोशिश कर रही है या नहीं, इस सवाल से बचते हुए सपा उपाध्यक्ष जयशंकर पांडे ने कहा कि प्रत्येक जिले में समाजवादी पार्टी के टिकट पर एक या दो ब्राह्मण मैदान में होंगे.
अम्बेडकर नगर जिले के मुख्यालय अकबरपुर में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा द्वारा झंडी दिखाकर रवाना की गई जन विश्वास यात्रा के साथ ही कटेहरी में ब्राह्मण सभा हुई.
शंख के साथ ब्राह्मण प्रतीक परशुराम की युद्ध कुल्हाड़ी की आकृति सभी को वितरित की गई. ब्राह्मण कॉन्क्लेव के आयोजक आशीष पांडे दीपू ने कहा कि हमने युद्ध कुल्हाड़ी और शंख वितरित किए, जो ब्राह्मण गौरव का प्रतीक है.