वॉशिंगटन।अमेरिका की फार्मा कंपनी ने टेस्ट किट के जरिए कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट को डिटेक्ट करने का दावा किया है। थर्मो फिशर साइंटिफिक इंक नाम की कंपनी ने कहा है कि उसके टेस्ट किट के जरिए ओमिक्रॉन का आसानी और सटीकता से सही सही पता लगाया जा सकता है।
कंपनी के, टैक्पाथ नाम के इस टेस्ट से बहुत ही प्रभावी रिजल्ट्स सामने आए हैं। म्यूटेशन के बाद जीन टॉरगेट में बदलाव होने के बावजूद यह टेस्ट ओमिक्रॉन का पता लगा सकता है। थर्मो फिशर के सीईओ मार्क स्टीवेन्सन ने कहा कि इस टेस्ट को ओमिक्रॉन डिटेक्ट करने के अलावा, वैरिएंट के लिए प्रॉक्सी के तौर पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इस वैरिएंट की वजह से दुनियाभर में अफरा-तफरी मची है। कई देशों ने अपनी फ्लाइट्स संस्पेंड कर दी है।
प्रोडक्शन पर है कंपनी का फोकस
स्टीवेन्सन ने कहा कि यह अकेला कोविड टेस्ट है जिसे अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन(एफएंडड्रगए) ने अप्रूव किया है। इस टेस्ट से पता चलेगा कि कोई कोरोना केस ओमिक्रॉन से जुड़ा है या नहीं। उन्होंने कहा कि हम अफ्रीका और दूसरे देशों की डिमांड पूरा करने के लिए किट के प्रोडक्शन को बढ़ाने के लिए तैयार हैं।
केवल थर्मो फिशर ने इस बात की पुष्टि की है कि टेस्ट इस किट से ओमिक्रॉन वैरिएंट का पहचान किया जा सकता है। हालांकि, रोश होल्डिंग और एबॉट लेबोरेटरीज के कोविड टेस्ट से भी ओमिक्रॉन वैरिएंट को पहचाना जा सकता है।
इसे वैरिएंट ऑफ कंसर्न की कैटेगरी में रखा गया
विश्व स्वास्थ संगठन ने ओमिक्रॉन को वैरिएंट ऑप कंसर्न की कैटेगरी में रखा है, क्योंकि इसके स्पाइक प्रोटीन में अकेले 30 से ज्यादा म्यूटेशन देखे गए हैं। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्ननाइजेशन के प्राइमरी डेटा के मुताबिक, इस वैरिएंट से संक्रमण का खतरा दूसरे वैरिएंट्स के मुकाबले कहीं ज्यादा है।
विश्व स्वास्थ संगठन का डेटा सामने आने के बाद, कई देश इस वैरिएंट्स पर मौजूदा वैक्सीन के एफिकेसी की जांच कर रहे हैं। ओमिक्रॉन की टेस्टिंग तकनीक पर भी स्टडी की जा रही है।