शानदार और यादगार जीत के साथ विराट कोहली ने टी-20 क्रिकेट की कप्तानी से विदाई ली। सोमवार को नामीबिया के खिलाफ भारत ने विराट कोहली की कप्तानी में अंतिम मैच खेला। इस मैच में भारत ने नामीबिया को 9 विकेट से शिकस्त दी।
टी-20 मैच की आखिरी बार कप्तानी कर रहे विराट कोहली ने नामीबिया पर जीत दर्ज करने के बाद कहा कि भारत के लिए कप्तानी करना गर्व की बात है। वह इस दौरान भावुक भी हो गए। उन्होंने इस दौरान कहा कि जिस दिन मुझे लगेगा कि मैं जोश के साथ नहीं खेल पा रहा हूं उसी दिन क्रिकेट खेलना बंद कर दूंगा।
कप्तानी छोड़ने के निर्णय पर विराट ने कहा कि मुझे लगा कि यह मेरे कार्यभार को मैनेज करने का सही समय था। उन्होंने कहा कि कप्तानी करना अच्छी ज़िम्मेदारी थी। एक टीम के रूप में हमने अच्छा प्रदर्शन किया। विराट ने कहा कि भले ही हम इस विश्व कप में आगे नहीं जा पाए, लेकिन जिस तरह से हमने पिछले तीन मैच खेले हैं, वह सकारात्मक बात रही है।

हम टॉस का बहाना नहीं बनाएंगे

गौरतलब है कि भारत ने इस टी-20 विश्वकप में पांच मैच खेले। विराट कोहली ने तीन मैचों में टॉस हारा तो दो में जीत। भारत ने दो मैच पाकिस्तान और न्यूजीलैंड से गंवाएं। दोनों ही मैचों में टॉस भी हारा था, लेकिन विराट कोहली ने कहा कि टॉस हारना और मैच हारना अलग बता है। उन्होंने कहा कि हम टॉस का बहाना देने वाली टीम नहीं हैं। पहले दो मैचों में हम निडर नहीं थे।

कोच रवि शास्त्री को दिया धन्यवाद

वहीं विराट से जब पूछा गया कि आज रवि शास्त्री का कोच के रूप में अंतिम दिन है तो उन्होंने कहा कि मैं सभी कोच का धन्यवाद करता हूं। हम उनके आभारी हैं, क्योंकि उन्होंने एक संस्कृति बनाई है इस टीम में। हम सभी खिलाड़ियों की ओर से मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं।

बल्ला नहीं चला तो खेलना बंद कर दूंगा, मैं हमेशा 120 प्रतिशत देने की कोशिश करता हूं

विराट से उनके खेल के बारे में पूछा गया तो उन्होने कहा कि अगर मैं जोश के साथ नहीं खेल पाऊंगा, तो मैं क्रिकेट खेलना छोड़ दूंगा। मैं हमेशा अपना 120 प्रतिशत देने की कोशिश करता हूं।

विराट की कप्तानी में भारत की 30 वीं जीत

टी-20 मैचों में कप्तान के रूप में विराट कोहली का नामीबिया के खिलाफ खेला गया यह 50वां मैच था। भारत ने विराट की कप्तानी में 30 मैचों में जीत दर्ज की है। जो शानदार रिकॉर्ड है। भारत की ओर से सर्वाधिक 72 मैचों में कप्तानी करने का रिकॉर्ड महेंद्र सिंह धोनी के नाम है। उनकी कप्तानी में भारत ने 41 बार जीत दर्ज की है।