निवेशकों में सनसनी, किसी को भी नहीं पता लापता होने का कारण

सऊदी राजशाही के पैसों को पूरी दुनिया में निवेश करने वाले और उसकी निगरानी करने वाले यासिर अल-रूमायन पिछले कुछ दिनों से अचानक ही लापता हैं। उनके लापता होने की खबर सामने आते ही सऊदी राजघराने से जुड़े निवेशकों में सनसनी फैल गई है। एक अनुमान के मुताबिक यासिर के कंधों पर सऊदी अरब की राजशाही के करीब 450 अरब डॉलर (करीब 33.6 लाख करोड़ रुपये) के पब्लिक इन्वेस्टमेंट फंड की जिम्मेदारी है। यासिर की जिम्मेदारी सऊदी शासन की तरफ से दूसरे देशों में निवेश करने की है। 

मामला तब सामने आया है जब यासिर को अपनी सरकार की तरफ से रियाद में बुलाई गई एक एनुअल इन्वेस्टमेंट कॉन्फ्रेंस की मेजबानी करते हुए उसमें हिस्सा लेना था। इस कॉन्फ्रेंस में दुनिया भर से बड़ी-बड़ी कंपनियों के मुखिया पहुंच रहे थे। लेकिन इस दौरान यासिर न तो इस कॉन्फ्रेंस में अपना उद्घाटन भाषण देने पहुंचे और न ही उन्होंने गोल्डमैन सैश और मनी मैनेजमेंट कंपनी ब्लैकरॉक के चीफ एक्जीक्यूटिव अफसरों के साथ होने वाले पैनल डिस्कशन में ही हिस्सा लिया।



निवेशकों में मच गई है खलबली

यासिर की अनुपस्थित के कारण उन निवेशकों में हड़कंप मच गया है, जिन्होंने सऊदी अरब में निवेश किया हुआ है या फिर उनकी कंपनियों में सऊदी सॉवरेन फंड से पैसा लगाया गया है। विशेषज्ञों के अनुसार, इन कंपनियों में पहले से ही इसे लेकर चिंता है कि सऊदी राजशाही अपने पब्लिक इन्वेस्टमेंट फंड को अपने नियमों के तहत संचालित करती है यानी इसमें पारदर्शिता रखना उसकी प्राथमिकता में नहीं रहा है। 

कोविड-19 से पीड़ित होने की फैली अफवाह
यासिर के गायब होने से उनके कोविड-19 से पीड़ित होने की अफवाहें भी सामने आ रही हैं। इन्वेस्टमेंट कॉन्फ्रेंस में शामिल रहने वाले चार लोगों ने यासिर का कोविड-19 टेस्ट पॉजिटिव आने की पुष्टि की है। ये चारों लोग यासिर के बेहद करीबी माने जाते हैं।