Rang Panchami
Rang Panchami

Rang Panchami 2023: चौत्र माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को रंग पंचमी के नाम से जाना जाता है। होली के चार दिन बाद रंग पंचमी का त्योहार मनाया जाता हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन स्वर्ग से देवता धरती पर आते हैं और वृंदावन में होली खेलते हैं। देवताओं द्वारा खेली जाने वाली होली को रंग पंचमी के नाम से जाना जाता है। चौत्र माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी को रंग पंचमी मनाई जाती है इसलिए इसे कृष्ण पंचमी भी कहते हैं।

हिंदू धर्म में हर तिथि का अपना महत्व है। कहते हैं कि चौत्र माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि के दिन स्वर्ग से देवता धरती पर आते हैं। रंग पंचमी पर अबीर-गुलाल, हल्दी और चंदन के साथ ही फूलों से बने रंग आसमान में उड़ाने की परंपरा है। कहते हैं इससे सभी देवी-देवता बहुत ही प्रसन्न होते हैं और साधक को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। रंग पंचमी को राधा-कृष्ण के प्रेम का प्रतीक माना जाता है। इस दिन राधा-कृष्ण ने वृंदावन में होली खेलते हैं। इसलिए इसे रंग पंचमी के नाम से जाना जाता है।

Rang Panchami 2023: देवताओं को समर्पित है रंग पंचमी, जानें धार्मिक महत्व

हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल रंग पंचमी का पर्व 12 मार्च 2023, रविवार के दिन मनाया जाएगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन देवताओं के निमित्त कुछ आसान से उपाय करने से देवता गण प्रसन्न होते हैं और भक्तों पर कृपा बरसाते हैं। भक्तों के सभी कष्ट दूर करते हैं। आइए जानते हैं रंग पंचमी से जुड़े कुछ उपायों के बारे में।

रंग पंचमी के दिन करें ये उपाय-

धन प्राप्ति के लिए उपाय: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर आप बेइंतहा धन पाना चाहते हैं, तो रंग पंचमी का दिन इस उपाय के लिए बेहद खास है। इस दिन आदित्य हृदय स्त्रोता का कम से कम 108 बार पाठ करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इस दिन पूर्ण विधि से व्रत रखें और सात्विकता के साथ व्रत का पालन करें। इस उपाय को करने से जल्द ही असर दिखेगा और आप धनवान हो जाएंगे।

पति-पत्नी के बीच मधुर संबंधों के लिए-

शास्त्रों के अनुसार अगर रंग पंचमी पर राधा-कृष्ण की पूजा की जाए और उनके नामों का कीर्तन किया जाए, तो पति-पत्नी के बीच मधुर संबंध बनते हैं। इसी वजह से ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रंग पंचमी के दिन राधा-कृष्ण भगवान की पूजा करने की सलाह दी जाती है। इससे पति-पत्नी के रिश्ते में मिठास आने लगती है। शादीशुदा महिलाओं को रंग पंचमी के दिन माता पार्वती को श्रृंगार का सामान अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने से पति पर आने वाली सभी प्रकार की परेशानियां दूर होती हैं और सौभाग्य बना रहता है।

कष्टों से मुक्ति के लिए-

अगर आपके जीवन में कोई ऐसा संकट है, जिससे आप छुटकारा पाना चाहते हैं और वो आसानी से दूर नहीं हो रहा है, तो रंग पंचमी के दिन राम रक्षा स्त्रोत का 1100 बार पाठ करें। इसके साथ ही हनुमान जी की पूजा करने से और उन्हें गुड़ चने का भोग लगाने से व्यक्ति को हर प्रकार के संकट से मुक्ति मिलती है।