नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने तय किया है कि देश में 3 हजार लोगों पर बूस्टर डोज का ट्रायल किया जाएगा। इस ट्रायल के बाद आने वाले नतीजों से ही यह तय किया जाएगा कि सभी लोगों को बूस्टर डोज लगानी चाहिए या नहीं।

केंद्र सरकार ने बूस्टर डोज की अनिवार्यता को जानने के लिए एक अध्ययन प्रारंभ किया है, जिसमें छह महीने पहले वैक्सीन की दूसरी डोज लेने वाले लोगों को शामिल किया जाएगा।

यह स्टडी डिपार्टमेंट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी के ट्रांसलेशनल हेल्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (THSTI) की तरफ से कराई जा रही है। इसमें कोविशील्ड, कोवैक्सीन और स्पुतनिक वी वैक्सीनों को कवर किया जाएगा। इस अध्ययन के लिए दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी परिक्षेत्र (NCR) गुरुग्राम और फरीदाबाद से सैंपल लिए जाएंगे।