नई दिल्ली: रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने शनिवार को कहा कि नई पीढ़ी की परमाणु सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल ‘अग्नि पी (प्राइम)’ का भारत के पूर्वी ओडिशा तट से दूर एक द्वीप से सफल परीक्षण किया गया। यह अग्नि प्राइम मिसाइल का दूसरा परीक्षण था। परीक्षण बालासोर में एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से सुबह 11 बजे किया गया था।
देश ने पहली बार 28 जून को अपनी नई पीढ़ी की परमाणु सक्षम अग्नि प्राइम मिसाइल का सफल परीक्षण किया था। ‘अग्नि पी’ दो चरणों वाली कनस्तरीकृत ठोस प्रणोदक बैलिस्टिक मिसाइल है जिसमें दोहरी निरर्थक नौवहन और मार्गदर्शन प्रणाली है। डीआरडीओ के अनुसार, मिसाइलों के कनस्तरीकरण से मिसाइल को लॉन्च करने में लगने वाले समय में कमी आती है, जबकि भंडारण में सुधार और संचालन में आसानी होती है।
सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल की मारक क्षमता 1,000 से 2,000 किमी है। डीआरडीओ ने कहा कि इस दूसरे उड़ान परीक्षण ने सिस्टम में एकीकृत सभी उन्नत तकनीकों के विश्वसनीय प्रदर्शन को साबित कर दिया है। अग्नि श्रेणी की मिसाइलें भारत की परमाणु प्रक्षेपण क्षमता का मुख्य आधार हैं, जिसमें पृथ्वी कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल, पनडुब्बी से प्रक्षेपित बैलिस्टिक मिसाइल और लड़ाकू विमान भी शामिल हैं।