नई दिल्ली। दुनिया में ओमिक्रॉन वैरिएंट के तेजी से पांव पसारने की घटना के बाद भारत के सचेत होने के बावजूद भी 4 दिसंबर अलग-अलग राज्यों में कुल 3 केस मिले हैं। ओमिक्रॉन वैरिएंट से पीड़ित ये तीनों लोग अफ्रीका से आए थे। इधर देश की राजधानी दिल्ली में भी ऐसे 12 संदिग्ध मिले हैं जिनका सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है।

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में अब तक कोरोनावायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट के कुल 12 संदिग्ध मरीजों का पता चला है। उन्होंने कहा कि सभी को लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है।

मंत्री जैन ने कहा, “दिल्ली में कल (शुक्रवार) तक ओमिक्रॉन के कुल 12 संदिग्ध मरीज थे। उनके नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं और रिपोर्ट आज शाम या कल तक आ जाएगी।” उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के पास दो – एक आईएलबीएस में और एक एलएनजेपी में – जीनोम सीक्वेंसिंग प्रयोगशालाएं हैं।

नए ओमिक्रॉन वैरिएंट के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “चिंता व्यक्त करने से अधिक, यह सावधानी और सतर्कता का विषय है। हम सभी को इस कोविड वैरिएंट के प्रति सतर्क रहने की आवश्यकता है।”

उन्होंने बताया किया कि वैश्विक स्वास्थ्य निकाय डब्ल्यूएचओ ने इसे चिंता का एक वैरिएंट (वैरिएंट ऑफ कंसर्न) कहा है, लेकिन यह नहीं कहा है कि यह एक बड़ी आपदा का कारण बनेगा।

उन्होंने कहा, “विदेश से अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरने वाले सभी यात्रियों का आरटी-पीसीआर परीक्षण किया जा रहा है। किसी को भी बिना जांच के जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।”