नई दिल्ली। आरबीआई (rbi repo rate) ने लगातार छठी बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। आरबीआई ने आज 8 फरवरी 2023 को मौद्रिक समीक्षा बैठक के बाद रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी कर दी है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया आज रेपो रेट में बढ़ोतरी का ऐलान कर दिया। इस बढ़ोतरी के बाद रेपो रेट 6.50 फीसदी पर पहुंच गया है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की सोमवार से शुरू हुई मौद्रिक समीक्षा बैठक का आज अंतिम दिन है। बैठक का आज आखिरी दिन है।
बता दें कि इससे पहले आरबीआई ने साल 2022 में पांच मॉनिटरी पॉलिसी की बैठकों में 2.25 फीसदी रेपो रेट बढ़ा चुकी है। आरबीआई के रेपो रेट बढ़ाने के बाद सरकारी-निजी बैंक से लेकर हाउसिंग फाइनैंस कंपनियां होम लोन के ब्याज दरों में बढ़ोतरी करेंगी। इसके बाद अब लोगों की होम लोन की ईएमआई महंगी हो जाएगी।
जानिए कितनी बढ़ जाएगी आपकी ईएमआई
आपके होम लोन की ईएमआई कितनी महंगी हो जाएगी इसे ऐसे समझिए अगर किसी ने 20 लाख रुपये का होम लोन 8.60 फीसदी ब्याज दर के हिसाब से 20 साल के लिए ले रखा है। ऐसे में वह अपने होम लोन के लिए हर महीने 21,854 रुपये की ईएमआई चुका रहा है। अब रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी होने के बाद ब्याज दर बढ़कर 8.85 फीसदी हो जाएगी। ऐसे में उसे 21,854 की जगह अब 22,253 रुपये की ईएमआई चुकानी होगी। इस तरह से देखें तो उसकी ईएमआई करीब 400 रुपये तक महंगी हो जाएगी।
40 लाख के लाेन पर 637 रुपए की वृद्धि
वहीं अगर किसी ने 8.60 फीसदी ब्याज दर पर 40 लाख रुपये का होम लोन 20 साल के लिए लिया है तो उसे हर महीने 34,967 रुपये की ईएमआई चुकानी होगी। अब रेपो रेट बढ़ने के बाद होम लोन पर उसे 8.85 फीसदी का ब्याज चुकाना होगा। ऐसे में उसकी ईएमआई बढ़कर 35,604 रुपये हो जाएगी। इस हिसाब से 637 रुपये की ईएमआई बढ़ जाएगी।
लगातार छठी बार आरबीआई ने बढ़ाई है रेपो रेट
आरबीआई ने इस बार लगातार छठी बार रेपो रेट में बढ़ोतरी की है। इसके पहले आरबीआई ने 5 बार रेपो रेट में इजाफा किया है। एक साल में आरबीआई ने कुल 225 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की थी। आरबीआई ने आखिरी बार दिसंबर 2022 में इसमें 0.35 फीसदी का इजाफा किया गया था। इसे बढ़ाकर 6.24 फीसदी कर दिया गया था। रेपो रेट बढ़ने से सबसे ज्यादा झटका आम आदमी को लगा है। आम आदमी की जेब पर बोझ बढ़ गया है।
ईएमआई तो बढ़ेगी लेकिन इनको होगा फायदा
आरबीआई की ओर से रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद आम आदमी पर महंगाई का बोझ बढ़ जाएगा, लेकिन इससे बैंकों में जमा एफडी पर लोगों को ब्याज ज्यादा मिलेगा। आरबीआई की ओर से रेपो रेट में बढ़ोतरी की मुख्य वजह महंगाई को कंट्रोल करना है। आरबीआई मार्केट से कैश को कम करना चाहता है, जिससे महंगाई काबू में आ सके।