जयपुर। राजस्थान को दशकों से भीषण गर्मी और सूखे के लिए जाना जाता रहा है। लोग मानते रहे हैं कि राजस्थान में बारिश कम होती है और भीषण कर्मी पड़ती है। पिछले सालों में भारी बारिश और बाढ़ ने लोगों का यह भ्रम भी तोड़ दिया है। इस बार शीत लहर ने राजस्थान में यह भी बता दिया कि यहां भी कश्मीर जैसी बर्फ और ठंड भी पड़ सकती है।
इन दिनों राजस्थान में बर्फ से ढके मैदान, खेत और पेड़ देखे जा सकते हैं। इस साल राजस्थान में सर्दी से अपने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। पहाड़ों से आने वाली बर्फीली हवाओं ने राजस्थान को जमा दिया है। पहली बार राजस्थान में पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक केवल बर्फ ही बर्फ दिखाई दे रही है। पिछले तीन दिन से पांच से ज्यादा जिलों में न्यूनतम तापमान माइनस में जा रहा है।
माउंट आबू का पोलो ग्राउंड सारा का सारा बर्फ की चादर से ढक गया। इन दिनों माउंट आबू आए पर्यटकों को कश्मीर जैसे मौसम का लुत्फ उठाने को मिल रहा है। सौमवार को माउंट आबू में पेड़-पौधों पर बर्फ जमने का दृश्य हर तरफ दिखाई दे रहा था। लोगों ने वर्फ की चादर पर बच्चों के साथ खेलकर फुटबाल और क्रिकेट खेलकर मौसम का भरपूर आनंद उठाया।
सीकर में 20 साल का सबसे कम तापमान माइनस 5.2 डिग्री तापमान दर्ज हुआ। इससे सांवली रोड पर स्मृति वन में पेड़-पौधों पर बर्फ जम गई। मौसम विभाग ने माउंट आबू में सोमवार रात को तापमान 0 डिग्री दर्ज किया। अभी सर्दी का असर कम नहीं हुआ। यहां की सर्दी और बर्फ जमने की खबरों ने लोगों को और अधिक आकर्षित किया है लोग हिल स्टेशन की सर्दी का मजा लेने के लिए यहां भी पहुंच रहे हैं।