Teeth Whitening Tips: पीले दांतों की वजह से अक्सर लोगों को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है। दांत हमारी खूबसूरती में चार चांद लगाने का काम करते हैं। दांत हमारी मुस्कान को और भी आकर्षक बना देते हैं। आज हम आपको दांत सफेद करने के कुछ आयुर्वेदिक उपाय बताएंगे।
दांत हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। सुंदरता के लिए सफेद दांत होना जरूरी है। अगर आपके दांत सुंदर नहीं होंगे तो इसका असर आपके चेहरे की सुंदरता पर भी पड़ेगा। दांतों का सही तरह से देखभाल करके आप उन्हें सुंदर बना सकते है। पीले दांत आपके लिए शर्मिंदगी का कारण बन सकते हैं। अगर आप दांतों का पीलापन छुड़ाने और उन्हें सफेद बनाने के लिए बेकिंग सोडा, नींबू, नमक, संतरे के छिलके, केले के छिलके और न जाने क्या-क्या इस्तेमाल करके थक चुके हैं, तो अब आपको यह सब करने की जरूरत नहीं है।
आज हम आपको कुछ ऐसे उपाय बता रहे हैं, जिन्हें आप दांतों को सफेद और चमकदार बनाने के लिए घर पर आसानी से कर सकते हैं। इनसे दांतों को मजबूती मिलती है और बदबू और मसूड़ों की समस्या से भी राहत मिल सकती है।
दांतों को सफेद करने के आयुर्वेदिक उपाय-
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टंग स्क्रेपर करें : रोजाना टंग स्क्रेपर का इस्तेमाल करने से आपको जीभ पर जमा सभी गंदे पदार्थों को हटाने में मदद मिल सकती है, जो बैक्टीरिया या कैविटी का कारण बनते हैं। इसके लिए आप कॉपर या स्टेनलेस स्टील के टंग स्क्रेपर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
तेल से कुल्ला करना-
मुंह में तेल घुमाने या कुल्ला करने को ऑयल पुलिंग कहते हैं। इस अभ्यास से मसूड़ों और दांतों से रोगाणुओं को हटाने में मदद मिलती है। यह मुंह के छालों को दूर करने में मदद करता है। इससे मुंह की मांसपेशियों की कसरत भी होती है, जिससे उन्हें मजबूती और टोनिंग मिलती है। इसे करने के लिए आप तिलध्सरसों या नारियल के तेल का प्रयोग करें। इसे 15-20 मिनट तक मुंह में घुमाकर थूक दें।
स्ट्रॉबेरी का पेस्ट : स्ट्रॉबेरी के कुछ टुकड़ों को पीसकर, इस लेप को दांतों पर लगाकर मसाज करें। ऐसा दिन में दो बार करने से कुछ ही दिनों में पीले दांत सफेद होने लगते हैं। बेकिंग सोडा और स्ट्रॉबेरी के पल्प को मिलाकर भी दांतों पर रगड़ने से दांतों का पीलापन खत्म होता है।
नीम या बबूल की दातुन-
दांतों को साफ करने के लिए नीम और बबूल की दातुन कस उपयोग करें। इन जड़ी जड़ी-बूटियों में एंटी-माइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं। इन्हें चबाने से एंटी-बैक्टीरियल एजेंट रिलीज होते हैं जो मुंह के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं। ऐसी दातुन चुनें जो आपकी छोटी उंगली जितनी मोटी हो। ब्रश की तरह बनाने के लिए एक कोने पर चबाएं और थोड़े-थोड़े अंतराल में लार थूकें। इससे पूरे मसूड़ों और दांतों पर रगडें।
हर्बल जड़ी बूटियों के पानी से कुल्ला करें-
त्रिफला या यष्टिमधु जैसी जड़ी बूटियों के पानी से कुल्ला करने से मौखिक स्वच्छता बनाए रखने और मुंह के छालों को कम करने में मदद मिल सकती है। इसका इस्तेमाल करने के लिए त्रिफला को पानी में तब तक उबालें जब तक पानी आधा न रह जाए। इसे ठंडा होने दें। गुनगुना होने पर कुल्ला करें।
दो बार ब्रश करें: खाने के बाद हर बार ब्रश करना जरूरी है, खासतौर पर चॉकलेट जैसे चिपचिपे खाद्य पदार्थ खाने के बाद। चूंकि दिन में 4-5 बार दांतों को ब्रश करना असंभव है, इसे दो बार (सुबह सबसे पहले और सोने से पहले) ब्रश करें।
ये उपायों को आजमाने से पहले आपको दो बातों का ध्यान रखना चाहिए। पहला, धैर्य रखें क्योंकि कोई भी उपाय रातोरात असर नहीं दिखाता है। दूसरा, उपायों पर टिके रहें और लगातार इनका पालन करते रहें।
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से दवा या इलाज नहीं है।