Benefits of Flaxseeds
Benefits of Flaxseeds

Benefits of Flaxseeds in Diabetes: अलसी के बीज के बहुत से फायदे होते हैं। इसके सेवन से कई बीमारियों को दूर किया जा सकता है। अलसी में कई सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं। जो हमें कई बीमारियों से बचा सकता है, आज इस लेख में हम अलसी के बीज की चटनी के फायदों के बारे में जानेंगे।

अलसी एक सुपरफूड है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा होती है जो दिल को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। अलसी के बीज में प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। अलसी के बीज में शुगर और कैलोरी भी काफी कम होती है, इसलिए डायबिटीज में इसे खाना सही माना गया है। जो लोग वजन कम करना चाहते हैं, उनके लिए भी अलसी के बीज फायदेमंद होते हैं। इसमें फाइबर होता है इसलिए वजन घटाने में मदद करते हैं। अलसी के बीज में प्रोटीन, फाइबर, ओमेगा 3 फैटी एसिड के अलावा कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटेशियम, सहित अन्य जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं जो आपको कई बीमारियों से बचा सकते हैं।

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अलसी के बीज में मौजूद उच्च फाइबर बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं और खून में गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में सहायता करते हैं। अलसी के बीज में ओमेगा 3 फैटी एसिड omega-6 और सॉल्युबल फाइबर पाया जाता है, जो खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने का काम करते हैं जिससे हृदय घात होने का खतरा कम होता है।

डायबिटीज के लिए-

अलसी के बीज टाइप टू डायबिटीज के रोगियों के लिए रामबाण से कम नहीं है। इसके सेवन से ब्लड ग्लूकोज लेवल के स्तर में सुधार लाया जा सकता है। इसमें मौजूद फाइबर प्रोटीन और अल्फा लिनोलेनिक ब्लड शुगर की मात्रा को कंट्रोल करने में मददगार साबित होते हैं।

कोलेस्ट्रॉल-कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए

कोलेस्ट्रॉल-कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए भी अलसी के बीज फायदेमंद साबित होते हैं। अलसी में घुलनशील फाइबर होते हैं जो शरीर में कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। शोध के मुताबिक अलसी में एंटी फाइटोकेमिकल्स गुण पाए जाते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल का स्तर नहीं बढ़ने देता।

पाचन ठीक करता-

अलसी का नियमित सेवन आपके पाचन शक्ति को दुरुस्त कर सकता है, क्योंकि इसमें पर्याप्त मात्रा में फाइबर पाए जाते हैं। जो पाचन शक्ति को बढ़ावा देकर कब्ज की समस्या से आपको बचाते हैं।

कैंसर के जोखिम को कम करे: अलसी के बीज में कैंसर के जोखिम को कम करने वाले गुण पाए जाते हैं। इसके बीज में लिग्नेन कम्पाउंट पाया जाता है जो कैंसर के जोखिम को कम करता है इसके अलावा अलसी का बीज ओमेगा 3 फैटी एसिड, अलफा लिनोलेनिक से भरपूर होता है जो कैंसर में लाभदायक माना जाता है। हमेशा याद रहे की ये कैंसर का इलाज नहीं है, बस कैंसर के जोखिम को कम कर सकता है।

( Flax Seed Chutney) अलसी की चटनी

सामग्री : अलसी के बीज 100 ग्राम, लहसुन की कलियां पांच से छह, हरी मिर्च तीन से चार, नीबू का रस एक चम्मच, नमक स्वादानुसार

चटनी बनाने की विधि-

अलसी की चटनी बनाने के लिए सबसे पहले अलसी के बीजों को साफ कर लें और उसे तवे पर धीमी आंच पर भून लें।
जब अलसी भून जाए तो इसे थोड़ी देर के लिए ठंडा होने के लिए रख दें।
अब अलसी ठंडी हो गई हो तो उसे एक मिक्सी के जार में डाल दें।
इसमें बारीक कटी हुई हरी मिर्ची ,लहसुन, नींबू का रस, स्वाद अनुसार नमक और तीन-चार चम्मच पानी डाल दें।
इसे मिलाकर ग्राइंड करलें, हो गई आपकी अलसी की चटनी तैयार।

आप अलसी के बीजों का पाउडर बनाकर पानी के साथ ले सकते हैं। इसका काढ़ा पीने से भी फायदा हो सकता है। अन्य लोग इसके पाउडर को सलाद, सूप, स्मूदी, ड्रिंक, मिल्कशेक, सब्जी में भी मिक्स करके सेवन कर सकते हैं। याद रखें, अलसी की तासीर गर्म होती है, इसलिए बहुत ज्यादा सेवन करने से बचें।