Holi: होली को कुछ ही दिन बचे हैं। ऐसे में आप होली में कुछ बातों का विशेष ध्यान देकर सेफ और कंफर्टेबल होली खेल सकते हैं।। आज के इस लेख में हम आपको होली से जुड़े कुछ सेफ्टी टिप्स बताएंगे।
होली का त्योहार आते ही सबसे पहले व्यंजन तैयार हो जाते हैं और साथ ही रंग-बिरंगे गुलाल, पिचकारी और गुब्बारे बच्चों की लिस्ट बनने लगती हैं। होली अपने साथ खुशियां लाती हैं, लेकिन इस फेस्टिवल को सेलिब्रेट करते वक्त कुछ सावधानियां भी बरतनी जरूरी है, जिससे कोई परेशानी पेश न आए। होली के साथ यह भी जरूरी है कि आप इस त्यौहार को जिम्मेदारी से मनाएं और खेलें। पैरेंट्स को चाहिए कि वो इस फेस्टिवल के दौरान अपने बच्चों की सेफटी का ख्याल रखें, ताकि ये खुशनुमा पलों का मजा किरकिरा न हो। आइए जानते हैं कि कौन-कौन सी सेफ्टी टिप्स अपनानी चाहिए।
सेफटी के लिए इन बातों का रखें ख्याल-
स्किन और बालों पर तेल लगाएं-
होली के रंगों से सबसे ज्यादा नुकसान आपके बालों को पहुंचता है। तरह-तरह के रंगों में केमिकल्स पाए जाते हैं, जो हेयर स्ट्रैंड और स्कैल्प को डैमेज कर सकते हैं। बालों की देखभाल के लिए होली से पहले तेल से अच्छी तरह चंपी करें। इससे केमिकल युक्त रंग आपके बालों में गहराई तक नहीं पहुंचेगा और उन्हें नुकसान नहीं पहुंचाएगा। बाल धोने के बाद, रंग भी जल्दी हटेगा और बाल चमक भी नहीं खोएंगे। आप होली खेलने से पहले बच्चों को सरसों, नारियल या जैतून का तेल जरूर लगाएं, ये गाढ़े होते हैं और ऐसा करने से स्किन पर रंग सख्ती से नहीं जमता, जिससे कलर आसानी से छूट जाता है और रंगों से होने वाले नुकसान से आप बच जाते हैं।
पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं-
होली एक ऐसा त्यौहार है जिसमें आप इधर से उधर भागते हैं और खेलते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आपकी एनर्जी मेंटेन रहे, इसलिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। पानी की कमी और धूप में भागदौड़ करने के कारण आप डिहाइड्रेशन का शिकार हो सकते हैं। इससे बचने के लिए हाइड्रेटेड रहें और पानी पीना न भूलें।
त्वचा की करें देखभाल-
हमारी त्वचा हमें हानिकारक पराबैंगनी किरणों से बचाने का काम करती है मगर देर तक धूप में रहने के कारण त्वचा डैमेज हो सकती है। इन हानिकारक यूवी किरणों से त्वचा को बचाने के लिए सनस्क्रीन का उपयोग (सनस्क्रीन लगाने का सही तरीका) करना आवश्यक है। होली खेलने से पहले अपने चेहरे, हाथ-पैर और गर्दन में अच्छी तरह सनस्क्रीन लगाएं और तभी बाहर निकलें।
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रंग निकालने के लिए ऑयल का करें उपयोग-
त्वचा पर लगे रंग को रगड़कर साफ करने से स्किन पर रैशेज पड़ सकते हैं। रंग को तुरंत निकालने के लिए कच्चे दूध की मदद लें। इसके अतिरिक्त आप नारियल या बादाम के तेल से चेहरे को साफ करें। इसके बाद अच्छी डीप क्लींजिंग के जरिए अपने चेहरे को धोएं।
बच्चे को अकेले न छोड़ें
होली के दिन बच्चों को अकेले होली खेलने न दें। आप हमेशा उनके आसपास रहें। जब वो किसी बड़े की निगरानी में रहेंगे तो किसी भी खतरे से बच जाएंगे। साथ ही अगर जमीन में फिसलकर चोट लग जाए, या को दिक्कत आ जाए तो इसे तुरंत सॉल्व किया जा सकता है।
नेचुरल रंगों का ही इस्तेमाल करें-
बच्चे हों या बड़े किसी की स्किन के लिए भी सिंथेटिक कलर नुकसानदेह साबित हो सकते हैं। केमिकल बेस्ड कलर की वजह से स्किन में दाने या रैशेज निकल सकते हैं। इससे बचने के लिए आप हर्बल या नेचुरल रंगों का इस्तेमाल करें।
रंग निकालने के लिए कैरोसीन का इस्तेमाल न करें
आम धारणा के विपरीत होली के रंग को हटाने के लिए मिट्टी के तेल, पेट्रोल, स्प्रिट जैसे उत्पादों से बचें क्योंकि वे आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं। ऐसे उत्पाद त्वचा को अत्याधिक शुष्क बना देते हैं। इसके अलावा गर्म पानी की जगह ठंडे पानी का इस्तेमाल करें, क्योंकि गर्म पानी रंगों को छुड़ाने में और मुश्किलें पैदा कर देगा।
तला भुना खाने से बचें-
त्यौहारों में तरह-तरह के व्यंजन बनाए जाते हैं। गुजिया, मटर, मठरी और कई तरह के स्नैक्स खाकर ही पेट भर जाता है। हालांकि ये तली-भुनी हुई चीजें अपच का कारण बन सकती हैं।
पानी के गुब्बारे फेंकने से बचें
हम सभी ने बचपन में होली के दिन जमकर गुब्बारों से खेला है। आज भी बच्चे गुब्बारे का बहुत ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, लेकिन आपको पानी वाले गुब्बारे फेंकने से बचना चाहिए। इससे आपको गंभीर चोट लग सकती है।
रंगे हुए हाथों से कुछ न खाएं-
हाथों में रंग लगा हो तो भी हम खाने की थाली से चीजें उठाकर खा लेते हैं, लेकिन कुछ भी खाने से पहले अपने हाथों को साफ जरूर करें। ऐसा न करने पर हाथों पर लगा रंग आपके पेट में जाकर नुकसान पहुंचा सकता है।
इसी तरह होली में शराब का सेवन और मैटेलिक रंगों का इस्तेमाल करने से भी बचना चाहिए। इन बातों का ध्यान रखकर आप भी सुरक्षित होली खेलने के लिए माहौल तैयार कर सकते हैं।