Til Chikki Recipe
Til Chikki Recipe

Recipe : सर्दियों में तिल की चिक्की सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती है। आज हम आपके लिए गुड़ और तिल को मिलाकर बनने वाली तिल की चिक्की बनाने की विधि लेकर आए हैं। तिल की चिक्की खाने से आपकी इम्यूनिटी भी मजबूत होती है जिससे मौसमी बीमारी का खतरा कम होता है। अगर आप अभी तक सिर्फ स्वाद के लिए खाते थे तो अब आप उसके फायदे भी जान लें।

सर्दियों में तिल की चिक्की खाने में बहुत ही टेस्टी लगती है। हर साल 14 जनवरी को पूरे भारत में मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। मकर संक्रांति का पर्व पौष मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन दिन स्नान, दान पूजा-पाठ और तिल खाने की परंपरा है। ऐसे में आज हम आपके लिए तिल की चिक्की बनाने की विधि लेकर आए हैं। तिल की तासीर गर्म होती है इसलिए इस तिल की चिक्की के सेवन से आपके शरीर में गर्माहट बनी रहती है। इसके अलावा तिल की चिक्की खाने से आपकी इम्यूनिटी भी मजबूत होती है जिससे आप सर्दी-खांसी या जुखाम जैसी मौसमी समस्याओं से बचे रहते हैं। तो चलिए जानते हैं तिल की चिक्की बनाने की विधि-

Recipe: सर्दी में खाएं हेल्दी गुड़ का पराठा

(Til Chikki Recipe) तिल की चिक्की रेसिपी –

सामग्री: तिल 1/2 कप, घी 250 ग्राम, गुड़ 1 कप, काजू 1/4 कप ,इलायची पाउडर 1/2 छोटा चम्मच, नारियल 1 कप
बादाम 1 कप।

(Til Chikki Recipe) तिल की चिक्की बनाने की विधि-

  • तिल की चिक्की बनाने के लिए आप एक कढ़ाई में 1 से 2 चम्मच घी डालकर पिघला लें।
  • इसके बाद आप इसमें सारे मेवा और तिल को डालकर अच्छी तरह से रोस्ट कर लें।
  • आप मेवा और तिल को थोड़ी देर ठंडा होने के लिए रख दें।
  • इसके बाद आप कढ़ाई में  5 चम्मच घी डालकर गुड़ को पिघला लें।
  • आप इसमें तिल काजू, इलायची पाउडर और नारियल डालें।
  • इसके बाद आप इसको करीब 30 सेकंड तक चलाते हुए मिला लें।
  • जब गुड़ और तिल अच्छी तरह से मिलकर पक जाएं तो आप गैस को बंद कर दें।
  • इसके बाद आप एक प्लेट को थोड़े से घी से अच्छी तरह से ग्रीस कर लें।
  •  आप तैयार मिक्चर को प्लेट में निकालकर जमने के लिए रख दें।
  • इसके बाद आप इसको चिक्की के आकार में काटकर सर्व करें।
    अब आपकी तिल की चिक्की नकर तैयार हो चुकी है।

तिल की चिक्की खाने के फायदे

तिल की चिक्की में भरपूर मात्रा में कैल्शियम पाया जाया जाता है जो हमारी हड्डियों को मजबूत करता है। इसके सेवन से अर्थराइटिस में भी आराम मिलता है। तिल की चिक्की में भरपूर मात्रा में सिमासोलिन पाया जाता है, जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में भी मदद करता है। तिल की चिक्की खाने से शरीर को एनर्जी भी मिलती है।

गुड़ और तिल दोनों ही पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। इसमें ड्राई फ्रूट्स भी मिलाए जाते हैं। इस वजह से यह वीकनेस को दूर करके एनर्जी देता है। तिल की चिक्की में भरपूर मात्रा में फाइबर भी पाया जाता है, जो हमारी पाचन क्रिया को भी दुरूस्त रखता है। इसका सेवन कब्ज और गैस जैसी दिक्कतों को भी दूर करता है। एनीमिया से जूझ रहे लोगों को भी तिल की चिक्की का सेवन करना चाहिए। इसमें भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है।

तिल की चिक्की शरीर को गर्माहट भी देती है। क्योंकि इन दोनों की तासीर गर्म होती है। तिल की चिक्की में एंटी-ऑक्सीडेंट, जिंक और सेलेनियम भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो हमारी स्किन में ग्लो भी लाता है और फाइन लाइंस भी कम होती हैं।