भोपाल। बिसनखेड़ी (गोरागांव) में 64वीं राष्ट्रीय शूटिंग चैम्पियनशिप कॉम्पटीशन (रायफल) का आज आरंभ हो गया। इसका आयोजन खेल और युवा कल्याण विभाग तथा भारतीय राष्ट्रीय रायफल एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है। प्रतियोगिता में 70 गोल्ड मेडल के लिए देश भर के साढ़े तीन हजार से ज्यादा शूटर इसमें हिस्सा ले रहे हैं।
इसमें से मध्यप्रदेश के भी 256 खिलाड़ी अपनी दावेदारी पेश करेंगे। इससे पहले चैम्पियनशिप का विधिवत शुभारंभ खेल और युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने किया। इस अवसर पर मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस ने निशाना साधा।शूटिंग के सभी मुकाबले प्रतिदिन सुबह 8.15 से शाम 5.0 बजे तक खेले जाएंगे। चैम्पियनशिप में 10 मीटर और 50 मीटर में मुकाबले होंगे। प्रतियोगिता में रायफल के पुरुष खिलाड़ियों की संख्या 2202 तथा महिला खिलाड़ियों की संख्या 1301 है। चैम्पियनशिप में 18 साल से कम पुरूष खिलाड़ियों की संख्या 706 तथा महिला खिलाड़ियों की संख्या 504 है।
40 प्रतिशत खिलाड़ी 18 साल से कम उम्र के
इसमें भाग ले रहे कुल 3524 खिलाड़ियों में 18 साल से कम के कुल 40 प्रतिशत खिलाड़ी है। चैंपियनशिप में ओलंपिक और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी भागीदारी कर रहे हैं। इनमें 6 अर्जुन अवार्डी भी शामिल है। इन खिलाड़ियों के साथ कई राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनने की भी उम्मीद जताई जा रही है। इसमें देश की कुल 41 यूनिट के खिलाड़ी शामिल है। इस टूर्नामेंट से शीर्ष 8 खिलाड़ियों को चुना जाएगा। वे राष्ट्रीय और आगामी बड़े टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
चैंपियनशिप में सबसे बड़ा दल महाराष्ट्र का है
चैंपियनशिप में सबसे बड़ा दल महाराष्ट्र का है जिसमें 518 सदस्य है। इसके अलावा उप्र से 440, राजस्थान 368, हरियाणा 344 और पंजाब से 221 खिलाड़ी हिस्सेदारी करेंगे। मेजबान मध्यप्रदेश का 256 सदस्यीय दल भागीदारी कर रहा है। चैंपियनशिप में 70 स्वर्ण पदक दांव पर होंगे।
37 एकड़ में फैली विश्व स्तरीय शूटिंग अकादमी
शूटिंग खेल को प्रोत्साहन देने हेतु वर्ष-2015 में शूटिंग रेंज के विस्तार का निर्णय लिया गया। मध्यप्रदेश राज्य शूटिंग अकादमी गोरा गांव भोपाल में 37.16 एकड़ जमीन पर स्थापित की गई है। इस अकादमी में 50 मीटर शूटिंग रेंज और ट्रेप एंड स्कीट की तीन रेंज बनाई गई हैं। 50 मीटर रेंज में 50 लेन निर्मित की गई है। यह विश्व स्तरीय शूटिंग रेंज है और इसे हाई परफार्मेंस सेंटर के रूप में विकसित किया गया है।