भोपाल। राजधानी भोपाल के एम्स में भर्ती होने वाले मरीजों को अब मिलेट्स यानि मोटे अनाजों से बने व्यंजन परोसे जाने लगे हैं। एम्स के डायरेक्टर डॉ.अजय सिंह ने मोटे अनाज कोदो, कुटकी, रागी, ज्वार, बाजरा से बने व्यंजनों को पेशेंट्स की डेली डाइट में शामिल कराया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, मप्र के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने एम्स भोपाल की इस पहल की तारीफ की है।
मोटे अनाजों से बने आहार सेहत के लिए लाभकारी-
एम्स के निदेशक डॉ.अजय सिंह ने कहा- यह कदम अपने मरीजों को स्वस्थ और पौष्टिक भोजन प्रदान करने की प्रतिबद्धता का हिस्सा है। मोटे अनाज पोषक तत्वों से भरपूर अनाज होते हैं, जो कि प्रोटीन, खनिज, विटामिन और आहार फाइबर में उच्च मात्रा में पाया जाता है।
इन अनाजों के कई स्वास्थ्य लाभ हैं : जैसे, हृदय रोग, मधुमेह और मोटापे आदि के जोखिम को कम करना । इसके अलावा, मोटा अनाज ग्लूटिन मुक्त होता है, जो उन्हें ग्लूटिन एलर्जी वाले लोगों के उपयोग हेतु आदर्श बनाता है ।
मोटे अनाज की बाजार में बढे़गी मांग
एम्स भोपाल अपने मरीजों के आहार के हिस्से के रूप में मोटा अनाज मुहैया करने वाला मप्र का पहला अस्पताल है। संस्थान ने मोटे अनाज की खरीद के लिए स्थानीय किसानों के साथ सहयोग किया है, और एम्स भोपाल के आहार विभाग ने भोजन को स्वादिष्ट और पौष्टिक बनाने के लिए मोटे अनाज का उपयोग करके व्यंजन बनाने विधि भी विकसित की है । भारत सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष (आईवायएम) 2023 का प्रस्ताव रखा, जिसे संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) ने स्वीकार कर लिया।
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केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने लिखा अब श्री अन्न की प्रेरणा मिलेगी-
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्वीट कर लिखा- पोषण की परंपरा! एम्स भोपाल में भर्ती हुए मरीज़ों को परोसे जाने वाले भोजन में अब मिलेट्स को शामिल किया गया है। इससे हृदय रोग, मधुमेह और मोटापे आदि के जोखिम को कम करने में मदद मिलेगी। एम्स का यह संदेश निश्चित ही लोगों को ‘श्री अन्न’ खाने हेतु प्रेरित करेगा।
एम्स की पहल की तारीफ करते हुए सीएम ने अपने ट्वीट में लिखा- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्री अन्न के महत्व को रेखांकित करते हुए इसके उपयोग को बढ़ावा देने का आह्वान किया है, जिससे अब मरीजों को भी लाभान्वित किया जा रहा है। इस अनुपम पहल के लिए प्रधानमंत्री जी और मनसुख मांडविया जी का हृदय से आभार।
मरीजों को मिल रहे राजगिरा के लड्डू, कुटकी से बनी इडली-
एम्स में भर्ती मरीजों को मोटे अनाज रागी, भगर, कोदो, कुटकी, ज्वार, बाजरा, राजगिरा के व्यंजन मरीजों की सेहत के मुताबिक परोसे जा रहे हैं। एम्स में भर्ती मरीजों को राजगिरा के लड्डू, ज्वार, बाजरा की रोटी, रागी, कुटकी से बनी इडली, सब्जियों को मिक्स करके भगर की खिचडी, मिलेट्स की खीर, उपमा, बनाकर दिया जा रहा है।
डाइट्री डिपार्टमेंट हर मरीज की सेहत के हिसाब से तय करता है डाइट-
एम्स भोपाल के डाइट्री डिपार्टमेंट ने मरीजों के डाइट चार्ट में मिलेट्स के व्यंजनों को शामिल किया है। एम्स के अलग-अलग विभागों में भर्ती मरीजों के हिसाब से उनकी डाइट में फूड आयटम शामिल किया जाता है। जैसे किडनी पेशेंट्स को लिक्विड डाइट दी जाती है। तो शुगर के मरीजों के भोजन में मीठे को संतुलित रखा जाता है। हर मरीज की सेहत के हिसाब से उसको भोजन मुहैया कराया जाता है। अब इस थाली में मिलेट्स भी शामिल हो गए हैं।
एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने बताया कि “हम अपने रोगियों के आहार में मोटे अनाज को शामिल करने के लिए बहुत उत्साहित हैं । हमें विश्वास है कि यह उन्हें आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करेगा, जो उन्हें जल्दी ठीक होने के लिए आवश्यक हैं । हम अपने रोगियों को सर्वोत्तम देखभाल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और यह उस दिशा में उठाए जा रहे कई कदमों में से एक है” । संस्थान ने मिलेट्स के स्वास्थ्य लाभों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए एक अभियान भी शुरू किया है और लोगों को उन्हें अपने दैनिक आहार में शामिल करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है ।